हिमंत ने असमी लड़की की मौत के मामले में कोनराड से ‘निष्पक्ष’ जांच का अनुरोध किया

राष्ट्रीय
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गुवाहाटी: सात जून (ए)।) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को मेघालय के अपने समकक्ष कोनराड संगमा से अनुरोध किया कि वह इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य में एक सड़क दुर्घटना में 25 वर्षीय युवती की मौत होने के मामले की एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा ‘‘निष्पक्ष जांच’’ कराएं।

उन्होंने कहा कि असम के गोलाघाट की निवासी युवती के शोक संतप्त परिवार ने दुर्घटना को लेकर आशंका व्यक्त की है और संगमा से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि इससे जुड़े सभी तथ्य प्रकाश में आएं।

नम्रता बोरा गुवाहाटी में काम करती थी। वह बुधवार तड़के अपने दोस्तों के साथ कार से शिलॉन्ग की ओर गई थी, लेकिन उन्होंने बीच रास्ते से लौटने का फैसला किया।

हालांकि रास्ते में री भोई जिले के शांगबांग्ला इलाके में उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एक खड़े ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश करते समय उनकी कार को एक अन्य वाहन ने टक्कर मार दी थी। नम्रता को नोंगपोह सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया जबकि घटना में अन्य चार यात्रियों को मामूली चोट आई।

शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं मेघालय के माननीय मुख्यमंत्री श्री कोनराड संगमा से अनुरोध करता हूं कि वह बुधवार, चार जून की सुबह नोंगपोह थाने के पास हुई दुखद घटना की जांच करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘असम पंजीकरण संख्या एएस 01 ईवी 9578 का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसके परिणामस्वरूप नम्रता बोरा नामक युवती की मौत हो गई, जबकि चार अन्य सह-यात्रियों को मामूली चोटें आईं।’’

उन्होंने कहा कि नोंगपोह थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवार और शुभचिंतकों की चिंताओं को देखते हुए मैं अनुरोध करता हूं कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा निष्पक्ष जांच की जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि घटना से जुड़े सभी तथ्य सामने आएं।’’

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने शनिवार को कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं।

हिमंत के पोस्ट पर जवाब देते हुए मेघालय के मुख्यमंत्री ने भी ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हिमंत विश्व शर्मा, मैंने इसे सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।’’

नम्रता के पिता ने मौत की परिस्थितियों पर सवाल उठाया है और उन्होंने दुर्घटना की जांच की मांग की है।

उन्होंने शुक्रवार को नम्रता की याद में अनुष्ठान करने के बाद गोलाघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं बहुत परेशान हूं। मेरी एकमात्र अपील है कि उसे न्याय मिले और मुझे न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है। मैं हमारे मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से गहन जांच करने का अनुरोध करता हूं।’’

दुर्घटना में बचे लोगों ने शुरू में री भोई पुलिस से कहा था कि कार में नम्रता और एक चालक सहित छह लोग थे। हालांकि, बाद में उन्होंने बयान वापस ले लिया और कहा कि कार में पांच लोग थे, जिनमें से एक असम एआईयूडीएफ (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) विधायक का बेटा था और वह कार चला रहा था।

उन्होंने दावा किया कि उन्होंने डर के कारण झूठा बयान दिया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया था, जिसे कथित तौर पर कार के अंदर बनाया गया था। वीडियो में विधायक के बेटे के साथ कार में पांच लोग सवार दिख रहे हैं।