नयी दिल्ली: 30 सितंबर (ए)
राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से पहले मतदाताओं की कुल संख्या 7.89 करोड़ थी.
हालांकि, अंतिम आंकड़ा बीते एक अगस्त को जारी मसौदा सूची में दर्ज 7.24 करोड़ से ज़्यादा है, जिसमें मृत्यु, प्रवास और मतदाताओं के नाम के दोहराव सहित विभिन्न कारणों से मूल सूची से 65 लाख मतदाताओं को हटा दिया गया था।
आयोग ने कहा कि संभावित मतदाताओं द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों और पार्टियों व व्यक्तियों द्वारा दर्ज की गई आपत्तियों के एक महीने तक चले मूल्यांकन के बाद मसौदा सूची से 3.66 लाख मतदाताओं को हटाया गया, जबकि 21.53 लाख नए मतदाता जोड़े गए।
चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूरक सूचियां प्रकाशित होने के बाद अंतिम आंकड़े में थोड़ा बदलाव हो सकता है।
निर्वाचन आयोग की इस कवायद का विपक्ष ने तीखा विरोध किया है और आयोग पर सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है। आयोग ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।