नयी दिल्ली: 23 अगस्त (ए)
पुलिस ने बताया कि हमलावर राजेशभाई खिमजी (41) के दोस्त की पहचान तहसीन के रूप में हुई है। तहसीन को शुक्रवार रात गुजरात के राजकोट से आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया और तथ्यों की पुष्टि के लिए खिमजी से उसका आमना-सामना कराया गया।खिमजी ने कथित तौर पर तहसीन को मुख्यमंत्री गुप्ता के शालीमार बाग स्थित निजी आवास का वीडियो भेजा था। तहसीन ने खिमजी को 2,000 रुपये भेजे थे और बुधवार को सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री के कार्यालय में जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पर कथित हमले से पहले लगातार दोनों संपर्क में थे।
पुलिस ने बताया कि ऑटोरिक्शा चालक खिमजी के खिलाफ राजकोट के भक्तिनगर पुलिस थाने में 2017 से 2024 के बीच मारपीट और शराब रखने के पांच मामले दर्ज किए गए और उसके खिलाफ कई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई थी।
गुजरात मद्यनिषेध अधिनियम और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत 2017, 2020 और 2022 में दो बार ये कार्रवाई की गई। खिमजी को 2021 में बंबई पुलिस अधिनियम की धारा 56 के तहत एक बार निर्वासित भी किया गया था।
पुलिस के मुताबिक वर्ष 2017 के एक मामले के तथ्यों के अनुसार, खिमजी ने एक व्यक्ति के सिर पर तलवार से वार किया और कपड़े धोने वाले बैट से भी उसकी पिटाई की थी।
वर्ष 2022 में, अपनी पत्नी से झगड़े के बाद, उसने परिवार के सदस्यों को डराने के लिए ब्लेड से अपने सिर पर वार किया था। तब उसे नौ टांके लगे थे।
खिमजी अवैध शराब की तस्करी में भी शामिल था। दिल्ली पुलिस राजकोट में खिमजी के दोस्तों और परिवार के सदस्यों समेत 10 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और जो सुराग मिले हैं, उनकी जांच की जा रही है।
खिमजी ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने आवारा कुत्तों को दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित करने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ यहां रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार को उनके सिविल लाइंस स्थित कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान हमला हुआ था।