गोंडा (उप्र): पांच अगस्त (ए)
परिजनों ने बताया कि युवक की महज एक महीना पहले ही शादी हुई थी।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर जाट के गड़रियन पुरवा निवासी हृदय लाल (22) पेशे से राजमिस्त्री था। उसने अपने रिश्तेदार राम अनुज को 700 रुपये उधार दिये थे। गत एक अगस्त को उसने राम अनुज के घर जाकर उससे उधार दिये गये धन में से 200 रुपये तत्काल लौटाने को कहा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी होने लगी।
उन्होंने बताया कि देखते ही देखते बात बढ़ गयी और राम अनुज के भाई राम किशोर, बेटे जगदीश और भतीजे पंकज व चंदन ने हृदय लाल पर लाठी-डंडों से हमला करके उसे मरणासन्न कर दिया। उसे उपचार के लिए लखनऊ ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई।
हृदय लाल के भाई बबलू तथा अन्य परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने घटना के बाद भी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की।
सोमवार की देर शाम जब लखनऊ से हृदयलाल का शव एंबुलेंस से गांव लाया जा रहा था, तो हंगामे की आशंका के चलते पुलिस पहले से सतर्क थी। शव के बालपुर कस्बे में पहुंचते ही कर्नलगंज, नगर कोतवाली, परसपुर व देहात कोतवाली थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालांकि मृतक के परिजनों ने बालपुर में गोंडा-लखनऊ राजमार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया।
सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शन की वजह से यातायात बाधित होने के चलते पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर राजमार्ग खाली कराया और शव को गांव पहुंचाया। लेकिन परिजन ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि जब तक आरोपियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं की जाती, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। बाद में सभी को समझा-बुझाकर देर रात अंतिम संस्कार करवाया गया।
कोतवाली देहात के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट की घटना में नामजद सभी आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। शव का पोस्टमार्टम लखनऊ में हुआ है। प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर मामले में आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, मृतक के परिजन आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाने और कड़ी सजा की देने की मांग कर रहे थे।
गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।