नई दिल्ली, 28 अगस्त एएनएस। संसद के मॉनसून सत्र के शुरु होने से पहले सभी सांसदों का कोरोना वायरस टेस्ट कराया जाएगा। यह जानकारी आज यहां लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान सांसदों को आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा, जिसमें उनके नाक / गले से स्वैब लिया जाएगा।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि कोरोना वायरस ने दुनियाभर में लोकतांत्रिक संस्थानों के कामकाज के लिए एक बड़ी चुनौती पेश की है। हमें उम्मीद है कि सदस्य कोविड-19 संबंधित दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मॉनसून सत्र के सुचारू संचालन में सहयोग करेंगे। बिरला ने कहा कि सांसदों के अलावा मंत्रालय के अधिकारियों, मीडिया के प्रतिनिधियों, सांसदों के परिवारवालों, लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के कर्मचारियों सहित संसद भवन परिसर में प्रवेश करने की संभावना वाले सभी लोगों सत्र शुरू होने से पहले कोरोना वायरस संबंधी जांच कराना होगा।
कोविड-19 के मद्देनजर संसद के आगामी मॉनसून सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिये दोनों सदनों के अधिकारियों, स्वास्थ्य मंत्रालय, डीआरडीओ तथा अन्य एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बैठक के बाद बिरला ने कहा, ‘दोनों सदनों (राज्यसभा और लोकसभा) में बैठने की व्यवस्था कोविड-19 के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप होगी । सत्र आयोजित करने के लिये व्यापक व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान बिना छुए सुरक्षा जांच (जिरो टच) करने की व्यवस्था की जा रही है।’