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ट्रेन से इस काम के लिये ले जाई जा रही थीं 8 से 10 साल की बच्चियां, पकड़े जाने पर खुला राज

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बाराबंकी, 13 मार्च (ए)। बिहार से बांद्रा जा रही अवध एक्सप्रेस में शनिवार की देर रात चेकिंग के दौरान जीआरपी व आरपीएफ के सिपाहियों ने दो व्यक्तियों के साथ 6 बच्चियों को देखा तो पूंछतांछ के लिये उन्हें थाने ले गये। इस दौरान मानव तस्करी के शक के आधार पर सिपाहियों ने दोनों व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया और बच्चों सहित उन्हें जीआरपी थाने ले आई। जीआरपी ने बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार, एक बच्ची तो पकड़े गए व्यक्ति की सगी बेटी है। यह लोग मदरसा शिक्षा के लिए बच्चियों को सूरत ले जा रहे थे। पुलिस ने बच्चियों के माता-पिता को भी बुलाया है।
बिहार से बांद्रा जा रही अवध एक्सप्रेस शनिवार की देर रात करीब 11:00 बजे बाराबंकी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म दो पर पहुंची। जीआरपी व आरपीएफ के सिपाही ट्रेन की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान जनरल कोच में 8 से 10 साल आयु वर्ग की 6 बच्चियां नजर आई। इनके साथ कोई भी महिला नहीं थी, सिर्फ दो पुरुष ही थे। इससे सिपाहियों को शक हुआ कि कहीं यह बच्चे मानव तस्करी करके तो नहीं ले जाई जा रहे  हैं। इस पर सिपाही दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर बच्चों सहित उन्हें जीआरपी थाने ले आए। पकड़े गए व्यक्तियों ने अपना नाम मोहम्मद अकबर व मोहम्मद सरताज निवासी ग्राम बराही थाना विधान जिला समस्तीपुर बिहार बताया। बच्चों के संबंध में पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वह सभी बच्चियों को लेकर सूरत मदरसे में पढ़ाई के लिए ले जा रहे थे। 6 बच्चियों में सरताज की अपनी सगी बेटी भी शामिल है।
जीआरपी इंस्पेक्टर अनूप वर्मा ने चाइल्डलाइन को फोन कर बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इंस्पेक्टर अनूप वर्मा ने बताया कि बच्चों से भी पूछताछ की गई है। बच्चियों ने बताया कि उनके गांव में मदरसा बंद हो गया है। जिससे उनके मां-बाप ने पढ़ाई के लिए सूरत गुजरात भेजा है। एक अभिभावक से भी बात हुई। उसने भी बताया कि उसने अपनी सहमत पर बच्चियों को सूरत गुजरात के लिए भेजा है। उन्होंने बताया कि बच्चों के अभिभावकों को बुलाया जा रहा है। उनके आने पर बच्चों को पूछताछ के बाद उनके सुपुर्द किया जाएगा।

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