गाजीपुर,08 जुलाई(एएनएस)। अपराधियों की धर पकड़ व अपराधिक घटनाओं की रोक थाम में लगी पुलिस ने क्राइम ब्रांच के सहयोग से, लूट के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है।
पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता में पुलिस अधीक्षक ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि संयुक्त पुलिस टीम ने, गत पांच जुलाई को रात करीब नौ बजे करण्डा थानान्तर्गत करण्डा जमानियां रोड़ पर दीनापुर के पास हुई लूट काण्ड से सम्बन्धित चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी करते हुए लूटी गयी बाइक, मोबाईल फोन, नगदी व घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल व घटना में प्रयुक्त दो अदद तमंचा व तीन अदद जिन्दा कारतूस की बरामदगी कर सराहनीय कार्य किया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में दीपक यादव पुत्र कमलेश यादव निवासी ग्राम सोकनी बड़हरिया पोस्ट पुरैना थाना करण्डा जनपद गाजीपुर, अंकुर यादव पुत्र अशोक यादव निवासी ग्राम रामपुर पोस्ट सिकन्दपुर थाना करण्डा जनपद गाजीपुर, रोहित शर्मा पुत्र राजेन्द्र प्रसाद शर्मा निवासी जमानियां कस्बा थाना कोतवाली जमानियां जनपद गाजीपुर तथा सिद्धार्थ नरायन शर्मा पुत्र राम निवास प्रसाद निवासी जमानियां कस्बा थाना कोतवाली जमानिया जनपद गाजीपुर रहे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने इनको धरम्मरपुर चट्टी के पास रात करीब नौ बजे गिरफ्तार कर इनके कब्जे से लूटी गयी मोटर साइकिल स्प्लेंडर प्लस, नोकिया मोबाइल फोन, रु2940 नकद व घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल सुपर स्प्लेंडर व, घटना में प्रयुक्त दो अदद तमंचा व तीन अदद जिन्दा कारतूस बरामद कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने घटना के सम्बन्ध में जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि अपने शौक को पूरा करने के उद्देश्य से गत पांच जुलाई को रात नौ बजे करण्डा जमानियां रोड़ पर हम चारों लोगों ने मोटर साइकिल लूटने की योजना के अन्तर्गत हमने मोटर साइकिल व नोकिया मोबाइल तथा रुपया 15000 लूटा था।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम
में निरीक्षक श्याम जी यादव प्रभारी स्वाट टीम,
उपनिरीक्षक अजय कुमार पाण्डेय थानाध्यक्ष करण्डा,उपनिरीक्षकगण रामाश्रय राय,अशोक कुमार मिश्रा, सत्य प्रकाश सिंह व शिवपूजन बिन्द थाना करण्डा,मुख्य आरक्षी राम भवन थाना करण्डा व आरक्षीगण रमन कश्यप, नागेन्द्र कुमार, अजीत कुमार व राणा प्रताप सिंह थाना करण्डा तथा
आरक्षीगण राम प्रताप सिंह,विनय यादव,रोहित चौहान,विकास श्रीवास्तव व आशुतोष सिंह स्वाट टीम गाजीपुर रहे।
विधिक कारर्वाई करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेंज दिया। पुलिस अधीक्षक द्वारा गिरफ्तारी करने वाली टीम के उत्साहवर्धन हेतु 10,000 रु0 की धनराशि से पुरुस्कृत किया गया।