कानपुर, 14 अगस्त एएनएस। यूपी के कानपुर में दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से गुरुवार देर रात हटिया बाजार में चार मंजिल जर्जर मकान ढह गया जिसमें मां-बेटी दब गए। करीब चार घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद देर रात करीब 2.30 बजे पर दोनों के शव निकाले गए। मकान ढहने की सूचना मिलते ही आला अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया था। जानकारी के अनुसार
कानपुर के हटिया बाजार में स्व. रामशंकर गुप्ता का परिवार रहता है। चार मंजिला मकान के तीसरे मंजिल पर रामशंकर की पत्नी मीना (50), बेटी प्रीति (20), बेटे रिंकू और राहुल रहते हैं। मकान के बाकी हिस्से में स्व. रामशंकर गुप्ता के भाई उमाशंकर, प्रेमशंकर और गणेश अपने परिवार के साथ रहते हैं। गुरुवार सुबह से ही तेज बारिश से मकान की ईंटें रह रहकर गिर रही थीं। यह देख बाकी भाइयों ने अपना कहीं और रहने का इंतजाम कर लिया और रात आठ बजे मकान खाली कर परिवार के साथ निकल गए। इस बीच कल रात लगभग 9:15 बजे रिंकू बाजार से दूध लेकर लौटा तो उलटे पांव भागा, क्योंकि मकान की ईंटे तेजी से गिरने लगी थीं। रिंकू के बाहर आते मकान भरभरा कर ढह गया। उसकी आधी छत दूसरी मंजिल को छूती हुए लटक गई। मीना और प्रीति मकान के अंदर ही रह गए। इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी।
सूचना मिलते ही डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी, डीआईजी डॉ. प्रीतिन्दर सिंह, एडीएम फाइनेंस वीरेन्द्र पाण्डेय, एसपी सिटी राजकुमार अग्रवाल 5 सीओ और आधा दर्जन थाने की फोर्स पहुंच गई। फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया। फायर ब्रिगेड के जवानों ने बड़ी सीढ़िया लगाकर मकान के ऊपर पहुंचे वहीं कुछ सिपाही दूसरे घरों की जुड़ी छतों से ऊपर पहुंचे। संकरी गली में मकान होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में अफसरों को काफी दिक्कत हुई। जेसीबी को भी गली में घुसाकर घटनास्थल तक लाने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग गया। बहरहाल चार घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे से मां-बेटी शव निकाले गए