मुंबई, एक जनवरी (ए)। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य की फोरेंसिक प्रयोगशालाओं में डीएनए जांच किट की कमी होने के शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के दावों का सोमवार को खंडन किया।
राउत ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस को एक पत्र लिखकर दावा किया कि डीएनए परीक्षण किटों की कमी है। इसके साथ ही राउत ने आरोप लगाया कि कुछ चर्चित आरोपियों को बचने का मौका देने के लिए कृत्रिम रूप से ऐसी स्थिति बनाई जा रही है।गृह विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि राउत का दावा गलत है। बयान में कहा गया है कि गृह विभाग के लिए डीएनए जांच करने की खातिर महाराष्ट्र में कुल आठ प्रयोगशालाएं हैं जिनमें से एक मुंबई में है।
इसमें कहा गया है कि हाल ही में अमरावती और नागपुर की प्रयोगशालाओं में 82 डीएनए नमूनों की जांच की गई 74 घंटों में उनके परिणाम मिल गए। दिसंबर में, मुंबई की प्रयोगशाला में 80 नमूनों की जांच की गई जबकि नांदेड़ में 75, नागपुर में 63, छत्रपति संभाजीनगर में 25, अमरावती में 25, कोल्हापुर में 11 और पुणे में सात नमूनों की जांच की गई।
बयान में कहा गया है कि डीएनए जांच किट और इसमें शामिल रसायनों के उपयोग की निश्चित तिथि (एक्सपायरी डेट) होती है और उन्हें लंबे समय तक जमा कर नहीं रखा जा सकता है।