नयी दिल्ली, 15 अगस्त (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को उद्यमियों और उद्योगों से उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन पर काम कर रही है।
मोदी ने देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि अतीत में भी उन्होंने उत्पादों के विनिर्माण में ‘शून्य दोष, शून्य प्रभाव’ की बात की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं कहना चाहता हूं कि अगर हमें वैश्विक बाजार में अपने उत्पादों की क्षमता प्रदर्शित करनी है, तो हमें गुणवत्ता के मोर्चे पर लगातार नई ऊंचाइयों को छूना होगा। दुनिया गुणवत्ता का सम्मान करती है।’
उन्होंने कहा, ”हम सभी जो उत्पादन के क्षेत्र में लगे हैं, उन सबका मंत्र होना चाहिए – दाम कम, लेकिन दम ज्यादा।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को कच्चे माल की आसान उपलब्धता के लिए प्रयास करना चाहिए ताकि उत्पादन लागत कम रहे।
सरकार ने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक दर्जन से अधिक क्षेत्रों में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाओं सहित कई उपाय किए हैं।
चालू वित्त वर्ष के केंद्रीय बजट में सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ को आगे बढ़ाने के लिए लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों को शामिल करने हेतु ‘राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन’ की घोषणा की थी।
अपने 103 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने नागरिकों और दुकानदारों से स्थानीय विनिर्माण की पहल ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत भारत में निर्मित वस्तुओं को प्रोत्साहन देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी की भावना गर्व और ताकत से आनी चाहिए, किसी तरह की मजबूरी से नहीं।
मोदी ने आत्मनिर्भरता, उद्यमिता के समर्थन और भारत के आर्थिक एवं औद्योगिक ढांचे को मजबूत करने के लिए दुकानों के बाहर ‘स्वदेशी’ के बोर्ड लगाने जैसे स्पष्ट प्रचार-प्रसार की अपील भी की।
लगातार 12वीं बार स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंचों पर प्रभाव रखने वाले लोगों (इन्फ्लुएंसरों) और राजनीतिक दलों से भी घरेलू निर्मित उत्पादों को अपनाने को बढ़ावा देने का आग्रह किया।