बेंगलुरु, 21 नवंबर (ए) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने अपने सिनेमाघर में अश्लील फिल्मों के संचालन को लेकर जद(एस) नेता एच.डी. कुमारस्वामी द्वारा लगाए गए आरोपों को बकवास करार देते हुए कहा कि यदि ये सही साबित हुए तो वह राजनीति छोड़ देंगे।.
जद(एस) के प्रदेश अध्यक्ष कुमारस्वामी ने आरोप लगाया था कि जिस समय शिवकुमार सिनेमाघरों का संचालन करते थे, तब वह उनमें अश्लील फिल्म दिखाते थे।.
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि कुमारस्वामी व्यक्तिगत रूप से उनके निर्वाचन क्षेत्र कनकपुरा जाएं और ऐसी किसी भी गतिविधि में उनकी संलिप्तता के बारे में लोगों से पूछताछ करें।
शिवकुमार ने कुमारस्वामी को “कुंठित व्यक्ति” कहा।
शिवकुमार ने कहा, “वह (थिएटर) इंदिरा जी की याद में स्थापित किया गया था। थिएटर का (स्वामित्व) मेरे नाम पर है। मैं कारोबार करने के साथ साथ थिएटर चला रहा था। वह (कुमारस्वामी) एक कुंठित व्यक्ति हैं। जब उनके पिता ने मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा, तो वह यह बात (शिवकुमार ब्लू फिल्में दिखाते थे) जनता को बता सकते थे, या जब वह मेरे खिलाफ चुनाव लड़े और हार गए, तो वह बोल सकते थे।”
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “मुझे कुमारस्वामी पर दया आती है। वरिष्ठ नेता होने के नाते…उन्होंने (कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार) के मंत्रिमंडल में ऐसे व्यक्ति (मुझे) को क्यों रखा था? वह मेरे निर्वाचन क्षेत्र में जाएं। कनकपुरा के लोगों से पूछें कि क्या मैं ब्लू फिल्म दिखाता था।”
संवाददाताओं से बात कहते हुए उन्होंने कहा कि इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में कनकपुरा के लोगों ने मुझे 1.23 लाख मतों के अंतर से जिताया था।
उन्होंने कहा, ” उन्हें (कुमारस्वामी को) कनकपुरा जाकर लोगों से पूछना चाहिए कि किया शिवकुमार ऐसा कार्य करते थे, या नहीं। यदि वह यह साबित कर दें या अगर कोई मुझे यह कहे मैं ऐसी अवैध गतिविधियों में लिप्त रहा था तो मैं राजनीति छोड़ने के लिए तैयार हूं। मेरी (पार्टी) नहीं, आप अपनी खुद की पार्टी (जेडीएस) के कार्यकर्ताओं से पूछ लें। यह कुमारस्वामी के लिए बेहद शर्मनाक है, पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें ऐसी बातें नहीं बोलनी चाहिए। ”
साथ ही उन्होंने कहा कि लोग जनता दल(एस) के नेता पर हसेंगे।
कुमारस्वामी ने हाल ही में शिवकुमार पर डोड्डालहल्ली (शिवकुमार का निवास स्थान) और निकटवर्ती कनकपुरा में सथानुर में उनके द्वारा संचालित सिनेमा टेंट (हॉल) में एक समय ‘ब्लू फिल्में’ दिखाने का आरोप लगाया था।
कुमारस्वामी ने शिवकुमार की आलोचना करते हुए कहा था, “राज्य के लोगों ने ऐसे लोगों को चुना है और कांग्रेस ने ऐसे लोगों को सत्ता सौंपी है…यह उनकी संस्कृति है।”