नयी दिल्ली: सात मई (ए) राष्ट्रीय राजधानी के लुटियंस दिल्ली सहित कई इलाकों में बुधवार शाम को 15 मिनट का ‘ब्लैक आउट’ रखा गया।राष्ट्रव्यापी ऑपरेशन अभ्यास के तहत नयी दिल्ली क्षेत्र में संसद, इंडिया गेट, दूतावासों और प्रमुख प्रशासनिक भवनों में लाइट बंद कर दी गयीं।
नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने युद्ध जैसी आपातकालीन स्थितियों के दौरान अभ्यास करने के तहत रात आठ से 8.15 बजे तक ‘ब्लैक आउट’ रखा।
अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के कारण पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संचालित ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत यह ‘ब्लैक आउट’ किया गया।
इससे पहले, एनडीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सभी निवासियों से अनुरोध है कि वे सहयोग करें और स्थिति का सामना करें।’’
उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों और दूतावास वाले क्षेत्रों में ‘ब्लैक आउट’ रखा गया लेकिन अस्पतालों, मेट्रो स्टेशन, राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में यह अभ्यास नहीं किया गया।
कई मशहूर बाजार और सार्वजनिक स्थान जैसे- कनॉट प्लेस, खान मार्केट और चांदनी चौक स्थित टाउन हॉल में अंधेरा छा गया तथा आमतौर पर देर रात तक जगमगाने वाले इलाकों में कुछ समय के लिए गतिविधियां रुक गईं।
मध्य दिल्ली के अधिकारियों ने पुष्टि की कि वजीराबाद, चांदनी चौक और सिविक सेंटर सहित पांच प्रमुख स्थानों पर ‘ब्लैक आउट’ किया गया। वहीं, करोल बाग और प्रसाद नगर के कुछ हिस्सों में भी अंधेरा छाया रहा।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि पांच चिह्नित स्थानों पर ‘ब्लैक आउट’ किया गया तथा आपातकालीन स्थितियों में किसी भी तरह के व्यवधान से बचने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए।
अधिकारियों के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में मदन खादर स्थित एक सरकारी स्कूल और ग्रेटर कैलाश स्थित डीएलएफ किंग्स कोर्ट अपार्टमेंट में भी ‘ब्लैक आउट’ किया गया।
पूर्वी दिल्ली के अधिकारियों ने बताया कि बारिश और आवश्यक सेवा प्रदाताओं की मौजूदगी के कारण पूर्ण ‘ब्लैक आउट’ संभव नहीं था। हालांकि, राष्ट्रव्यापी अभ्यास के तहत प्रतीकात्मक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चुनिंदा क्षेत्रों में ‘ब्लैक आउट’ किया गया।
अधिकारियों ने इससे पहले दिन में राष्ट्रीय राजधानी के 55 स्थानों पर मॉक ड्रिल किया।