नयी दिल्ली: 20 सितंबर (ए)) आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनावों में ‘वोट चोरी’ के अपने आरोपों को दोहराया और दावा किया कि निर्वाचन आयोग मतदाताओं के नाम हटाने की जानकारी छिपा रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार पर ‘‘वोट चोरी’’ के लिए जिम्मेदार रहे लोगों को बचाने का आरोप लगाया था, जिसके दो दिन बाद ‘आप’ ने यह बयान जारी किया।राहुल ने दावा किया था कि कर्नाटक में कांग्रेस के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से व्यवस्थित रूप से हटाए जा रहे हैं।
निर्वाचन आयोग (ईसी) ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों को ‘‘गलत और निराधार’’ बताते हुए खारिज कर दिया और बताया कि उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना वोटों को हटाया नहीं जा सकता।
‘आप’ की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ने नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में ‘‘वोट चोरी’’ होने की शिकायत की है, जहां फरवरी में हुए चुनावों में पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल, भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित के बीच मुकाबला था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मतदाता सूची से नाम हटाने के फर्जी मामलों की जांच की मांग करते हुए निर्वाचन आयोग को पत्र भी भेजे थे, लेकिन आरटीआई के जवाब में कहा गया कि मांगी गई जानकारी का सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई संबंध नहीं है।”
भारद्वाज ने आरोप लगाया, “इससे पता चलता है कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त की भूमिका संदिग्ध है। पूरा आयोग वोट चोरी को छिपाने की कोशिश कर रहा है।”
‘आप’ ने शुक्रवार को दावा किया था कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल और आतिशी द्वारा निर्वाचन आयोग को लिखे गए कई पत्रों के साथ-साथ आरटीआई अर्जियों में पूछे गए प्रश्नों का भी कोई जवाब नहीं मिला।
निर्वाचन आयोग ने आरोपों को खारिज करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि एक विस्तृत जवाब दिया गया था।