नयी दिल्ली: 13 अगस्त (ए)।) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक समिति के गठन की घोषणा की है और ऐसे में संसद द्वारा पद से हटाए जाने से बचने के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पास इस्तीफा ही एकमात्र विकल्प बचा है।
जांच समिति में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश अरविंद कुमार, मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मनींद्र मोहन श्रीवास्तव और कर्नाटक उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता बी वी आचार्य शामिल होंगे।