लखनऊ: 19 अगस्त (ए)) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर मंगलवार को निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ट्रेनों में यात्रियों के सामान का वजन करने और अतिरिक्त शुल्क वसूलने का कथित कदम “गरीब विरोधी फैसला” है जिससे आम आदमी पर और बोझ पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भाजपा जनता के लिए भारी बोझ बन गयी है। जिस दिन भाजपाई भ्रष्टाचार की पोटली को जनता तोल देगी, उस दिन भाजपा पटरी से उतर जाएगी… और अब वो दिन बहुत दूर भी नहीं है।”कन्नौज से सपा सांसद ने दावा किया कि रेल में यात्रियों के सामान को तोलने के नाम पर भ्रष्टाचार का एक और अध्याय खोला जा रहा है तथा ये फैसला गरीबों के ख़िलाफ़ है।
उन्होंने कहा कि जो एसी-1 में जा रहा है, उसे इस कदम से क्या फ़र्क़ पड़ेगा लेकिन उस गरीब से पूछो जो साल में एक-दो बार ‘घर-गांव’ जाता है और वहां से अपने साथ ‘दाल-चावल-राशन बांधकर’ लाता है।
सपा प्रमुख ने कहा, ”अब क्या गरीब मज़दूर-किसान की थाली का खाना भी भाजपा छीन लेना चाहती है। पैसे की भूखी भाजपा को जो वसूलना है वो एसी-1 और एसी-2 तक के लोगों से वसूले न कि जनरल, स्लीपर या एसी-3 वालों से।”
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा के शासनकाल में रेलवे का ख़ज़ाना पूरी तरह खाली हो गया है तो उसे अपने सांसदों-विधायकों से रेल यात्रा के मुफ़्त पास को छोड़ने के लिए कहना चाहिए।
सपा नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के भ्रष्टाचार ने रेलवे को खोखला कर दिया है।यादव ने कहा,”ये फ़ैसला वापस नहीं हुआ तो जनता भाजपा की वापसी का टिकट वक़्त से पहले काट देगी। जो गरीबों का बोझ न उठा सके ऐसे ‘डबल इंजन’ पर धिक्कार है। शर्मनाक निर्णय।”