बेंगलुरु: एक अक्टूबर (ए)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को एक भाजपा नेता द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘‘सीने में गोली मारने’’ संबंधी टिप्पणी पर आश्चर्य व्यक्त किया और जानना चाहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस विचार का समर्थन करते हैं।
सिद्धरमैया ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा के एक प्रवक्ता ने खुलेआम जान से मारने की धमकी देते हुए कहा है, ‘हम राहुल गांधी को सीने में गोली मार देंगे, खबरदार..!!’, यह धमकी लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को दी गई है, जो लगातार भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। इस धमकी ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है।’’
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘इस तरह के बयान पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की चुप्पी ने स्वाभाविक रूप से सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वे भी इस विचार का समर्थन करते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि वैचारिक विरोधियों को उनकी आवाज दबाने की धमकी देना और जब यह धमकी विफल हो जाए, तो उन्हें पूरी तरह से खत्म कर देना भाजपा और संघ परिवार के लिए कोई नई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो लोग पहले अपने आलोचकों की हत्याओं का समर्थन करते हुए पर्दे के पीछे खड़े थे, वे अब खुलकर मैदान में उतर आए हैं।
सिद्धरमैया ने आरोप लगाया, ‘‘क्या संघ परिवार के अतिवादियों के शिकार सिर्फ एक या दो लोग हैं? महात्मा गांधी से शुरू होकर गोविंद पानसरे, नरेंद्र दाभोलकर, एम. एम. कलबुर्गी, गौरी लंकेश और कई अन्य लोगों की हत्याओं की ये सूची बढ़ती जा रही है।’’
उन्होंने दावा किया कि भले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार के नेता इन हत्यारों से कोई संबंध न होने का दावा करके अपना पल्ला झाड़ लेते हैं, लेकिन वे अपने हाथों पर लगे खून के दाग कभी नहीं धो पाए हैं।
सिद्धरमैया ने दावा किया, ‘‘अतीत में भी, न केवल मुझे, बल्कि देश के कई लेखकों, विचारकों और कार्यकर्ताओं को भी पत्रों के रूप में जान से मारने की धमकियां मिली हैं। पुलिस इन घटनाओं की जांच कर रही है।’’