कीव: 25 अक्टूबर (ए)
) यूक्रेन में बीती रात रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि 20 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पश्चिमी देशों से वायु रक्षा प्रणाली के लिए नए सिरे से अनुरोध किया।कीव पुलिस ने कहा कि शनिवार तड़के बैलिस्टिक मिसाइल हमले में दो व्यक्तियों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए।
आपातकालीन सेवा ने ‘टेलीग्राम’ पर लिखा कि एक स्थान पर एक गैर-आवासीय इमारत में आग लग गई, जबकि दूसरे स्थान पर मिसाइलों का मलबा खुले क्षेत्र में गिर गया, जिससे आस-पास की इमारतों की खिड़कियों को नुकसान पहुंचा।
मेयर विटाली क्लिट्स्को ने हमले के दौरान टेलीग्राम पर लिखा, ‘‘राजधानी में विस्फोट। शहर बैलिस्टिक हमले की चपेट में है।’’
द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र के कार्यवाहक गवर्नर व्लादिस्लाव हैवानेंको ने बताया कि क्षेत्र में रूसी हमलों में दो लोग मारे गए और सात अन्य घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि हमलों में इमारतें, निजी घर, एक दुकान और कम से कम एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि रूस ने नौ मिसाइलें और 62 ड्रोन दागे, जिनमें से वायु रक्षा प्रणाली ने चार मिसाइलों और 50 ड्रोन को नष्ट कर दिया।
रूस में, देश के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने रात भर में रूस के ऊपर यूक्रेन के 121 ड्रोन मार गिराए।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि इस तरह के हमलों के मद्देनजर यूक्रेन के लिए पैट्रियट रक्षा प्रणाली की आवश्यकता बढ़ गई है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “ यही ऐसे हमलों के कारण है कि हम पैट्रियट प्रणालियों पर विशेष ध्यान देते हैं ताकि हम अपने शहरों को इस भयावहता से बचा सकें। यह अत्यंत आवश्यक है कि जिन साझेदार देशों के पास ऐसी क्षमताएं हैं,…वे उसे लागू करें।”
जेलेंस्की ने कहा, “ अमेरिका, यूरोप और जी-7 देश यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं कि ऐसे हमलों से लोगों की जान को खतरा न हो।”
ज़ेलेंस्की को उम्मीद है कि यूक्रेन अपनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करने के लिए, विशेष रूप से शहरों में, अमेरिका से 25 पैट्रियट प्रणाली खरीद सकेगा।
उन्होंने अमेरिका से रूसी तेल पर अपने प्रतिबंधों को दो कंपनियों से बढ़ाकर पूरे क्षेत्र को इसके तहत लाने का शुक्रवार को आग्रह किया, तथा रूस पर जवाबी हमला करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग की।
ज़ेलेंस्की दो दर्जन यूरोपीय नेताओं के साथ बातचीत के लिए लंदन में थे जिन्होंने देश को भविष्य में रूसी आक्रमण से बचाने के लिए सैन्य सहायता देने का वादा किया.