अखिलेश यादव ने दिल्ली में हुए विस्फोट को लेकर सरकार की आलोचना की

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ: 12 नवंबर (ए)) समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने दिल्ली में हुए विस्फोट को लेकर बुधवार को सरकार की आलोचना करते हुए खुफिया तंत्र की विफलता का आरोप लगाया और संबंधित विभागों से जवाबदेही की मांग की।

यादव ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, “हमने भूटान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बयान सुना, जहां उन्होंने आश्वासन दिया था कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सवाल यह है कि बार-बार खुफिया तंत्र की विफलताएं क्यों हो रही हैं? ऐसी चूक के लिए कौन जिम्मेदार है?”उन्होंने कहा कि सरकार को या तो इन विफलताओं के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत करना चाहिए।

बिहार विधानसभा चुनाव के ‘एग्जिट पोल’ पर टिप्पणी करते हुए, यादव ने आरोप लगाया कि ये विपक्षी कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने के इरादे से किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘एग्जिट पोल एक एजेंडे के तहत हमारा मनोबल गिराने के लिए किए जा रहे हैं। हमने अपने कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने का आग्रह किया है।’

प्रेस में जारी एक बयान के मुताबिक, बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने पीडीए प्रहरी बनाया है जो यह सुनिश्चित करेगा कि प्रदेश में हर व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में आ जाय और आम जनता और समाजवादी पार्टी का एक भी वोट ना कटने पाये।

यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझ कर साजिश कर रही है जिससे आम जनता, पार्टियां और कार्यकर्ता इतना दिग्भ्रमित रहें कि वे मतदाता सूची में नाम डलवाने में ही व्यस्त रहें और भाजपा सरकार से जनता सवाल ना पूछ पाये।

उन्होंने सरकारी अधिकारियों पर भाजपा के पक्ष में मत सुनिश्चित करने के लिए काम करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी, अधिकारियों की कमियां उजागर करेगी और राजनीतिक दलों का सहयोग नहीं कर रहे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चुनाव आयोग से मांग करेगी।

सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा नकारात्मक राजनीति करती है और धोखा देती है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बेईमानी की, मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया।

यादव ने कहा कि बेईमानी की जड़ निर्वाचन आयोग में है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।

बैठक में शिवपाल सिंह यादव, नरेश उत्तम पटेल, नीरज मौर्य, देवेश शाक्य, राम गोविन्द चौधरी, राजेन्द्र चौधरी, श्याम पाल पाल सहित बड़ी संख्या में प्रमुख नेता और प्रदेश के पदाधिकारी उपस्थित थे।