वैक्सीन की पहली डोज में हुई थी दिक्कत,तो दूसरी डोज लगाने व जागरूक करने गई स्वास्थ्य टीम को महिलाओं ने धारदार हथियार लेकर दौड़ाया,फिर–

उत्तर प्रदेश बलरामपुर
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बलरामपुर, 03 जून (ए)। यूपी के बलरामपुर जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जहां ललिया थाना क्षेत्र के मोतीखुर्द गांव में बुधवार दोपहर टीकाकरण के लिए जागरूक करने पहुंची स्वास्थ्य टीम को महिलाओं ने हसिया व खुरपा लेकर दौड़ा लिया। इस दौरान सीएचसी शिवपुरा के अधीक्षक व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों का कहना था कि टीके का पहला डोज लगवाने पर उन्हें दिक्कत हुई थी। इसी तरह ललिया व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मथुरा बाजार में 90 फीसदी लोगों ने कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज लेने से इन्कार कर दिया। हालांकि ग्रामीणों को मान मनौव्वल करने के लिए टीमें गांव में पहुंची लेकिन उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा। टीकाकरण से नुकसान की बात को चिकित्सकों ने खारिज कर दिया। जानकारों का कहना है कि कोरोना महामारी से बचने के लिए सिर्फ कोविड टीकाकरण ही एकमात्र बचाव है। सभी को कोविड वैक्सीनेशन जरूर कराना चाहिए। जिले में बुधवार को कई जगहों पर कोविड टीकाकरण को लेकर भारी विवाद हुआ। 

उप स्वास्थ्य केन्द्र ललिया में 100 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। यहां पर 100 लोगों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जानी थी। सुबह ही वैक्सीन लगाने के लिए टीम पहुंच चुकी थी, लेकिन गांव का कोई भी व्यक्ति टीका लगवाने को तैयार नहीं था। गांव के लोगों का कहना था कि पहला टीकाकरण कराने से उन्हें कई प्रकार की बीमारियों से जूझना पड़ा है। यह बात यहां के ग्रामीण इसलिए भी कह रहे थे क्योंकि पहली डोज लगने के बाद कई लोग बुखार से पीड़ित हुए थे। इसमें कुछ लोगों की मौत भी हुई थी। इस बात को लेकर ग्रामीण भयभीत थे। 
उप स्वास्थ्य केन्द्र ललिया की आशा मधुमिता ने टीकाकरण न होने की सूचना स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवपुरा के अधीक्षक डॉ. प्रणव पांडेय को दी। पहले अधीक्षक पहुंचे। जब बात नहीं बनी तब जिला मुख्यालय से टीम बुलाई गई। अपर सीएमओ डा. एसके श्रीवास्तव, अधीक्षक डा. प्रणव पांडेय, डीपीएम विनोद मणि त्रिपाठी, फैमिली प्लानिंग एंड लाजिस्टिक मैनेजर आकाश सिंह, आरकेएस के जिला परामर्शदाता अमरेन्द्र मिश्र व वीटीओ राजेश शुक्ल सहित कई लोग ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए मनाने पहुंचे। तीन घंटे के मान मनौव्वल के दौरान कोई भी ग्रामीण टीकाकरण के लिए तैयार नहीं हुआ। यहां से टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा। 
इसी क्रम में मथुरा बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भी लोगों को कोविड की दूसरी डोज लगाई जानी थी। इस क्षेत्र में अभी 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू नहीं हो सका है। यहां टीम ने पहुंचकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। 100 लोगों में सिर्फ पांच लोग अपना कोविड टीका लगवाने को राजी हुए। अपर सीएमओ डा. संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जागरूकता के अभाव में लोग टीकाकरण कराने से मना कर रहे थे। टीम ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए लगी हुई है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवपुरा के अधीक्षक डॉ. प्रणव पांडेय स्वास्थ्य टीम के साथ मोतीपुर खुर्द गांव में लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने गए थे। गांव के बाहर बैठी महिलाएं स्वास्थ्य टीम को देखकर भड़क उठी। महिलाओं ने हसिया व खुरपा लेकर स्वास्थ्य टीम को खदेड़ दिया। किसी तरह अधीक्षक व स्वास्थ्य टीम के अन्य सदस्य वहां से अपनी जान बचाकर भागे। 
अधीक्षक डा. प्रणव पांडेय ने बताया कि लोग टीकाकरण नहीं करा रहे थे। कई भ्रांतियां थी जिन्हें दूर करने के लिए स्वास्थ्य टीम के साथ गांव में गया था, जहां पर महिलाओं ने उन्हें खदेड़ दिया। स्थिति गंभीर होने पर वह टीम के साथ स्वास्थ्य केन्द्र आ गए। मामले की जानकारी विभागीय उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि कई अन्य जगहों पर भी टीकाकरण को लेकर इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं। बेहतर होगा कि स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर विशेष जागरूक अभियान चलाए।