वाराणसी 28 जुलाई (ए)। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को वाराणसी एयरपोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए ओपी राजभर को सलाह दी है कि वह झाड़ फूंक करा ले क्योकि ओमप्रकाश राजभर के अंदर किसी और की आत्मा प्रवेश कर चुकी है। उन्हें झाड़-फूंक करवाने की आवश्यकता है। चाचा शिवपाल यादव को लेकर अखिलेश बोले, ‘उन्हें लगता है कि मैं चाचा का सम्मान नहीं कर पा रहा हूं। इसलिए उन्हें स्वतंत्र कर दिया। वो अपनी अलग से पार्टी बनाकर किसानों, असहाय और गरीबों की सेवा करें।’ इस दौरान उन्होंने सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और चाचा शिवपाल यादव से जुड़े सवालों का जवाब दिया। वहीं राज्य और केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने सपा-सुभासपा के ‘तलाक’ का ठीकरा भाजपा के सिर फोड़ा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा द्वारा विपक्ष को डरा कर गठबंधन तोड़ने का दवाब बनाया गया है। ओमप्रकाश राजभर को भाजपा से डर है। वहीं राजभर के बयानों पर उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब मेरे ऊपर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगा है।
‘एसी’ के सवाल पर कहा कि ओमप्रकाश राजभर के अंदर किसी और की आत्मा प्रवेश कर चुकी है। उन्हें झाड़-फूंक करवाने की आवश्यकता है। चाचा शिवपाल यादव को लेकर अखिलेश बोले, ‘उन्हें लगता है कि मैं चाचा का सम्मान नहीं कर पा रहा हूं। इसलिए उन्हें स्वतंत्र कर दिया। वो अपनी अलग से पार्टी बनाकर किसानों, असहाय और गरीबों की सेवा करें।’
पत्नी के साथ रुद्राभिषेक करते हुए अपनी वायरल हुई तस्वीर पर उन्होंने कहा कि मुझे भाजपा से धर्म सीखने की जरूरत नहीं है। कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म का इस्तेमाल कर राजनीति करने वाली पार्टी है।
उन्होंने जीएसटी की बढ़ी दरों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। कहा कि बाबा भोलेनाथ को चढ़ाने वाले दूध पर इस सरकार ने टैक्स लगा दिया। इस सरकार में जनता महंगाई से परेशान है। ईडी के सवाल पर कहा कि समय-समय पर केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल करती रहती है।
अखिलेश यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी आने वाले समय में रामपुर और आजमगढ़ सीट पर फिर से कब्जा जमाएगी। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर हुए गड्ढे पर उन्होंने तंज कसा। कहा कि प्रधानमंत्री जिसका उद्घाटन कर रहे हैं वो सड़क धंस जा रही है। लोगों की जान चली जा रही है। एक्सप्रेस-वे के निर्माण में मानक का ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने इसकी जांच की मांग की।