डंपर ने कई वाहनों को टक्कर मारी; 14 लोगों की मौत व 13 अन्य घायल

राष्ट्रीय
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जयपुर, तीन नवंबर (ए)। जयपुर के हरमाड़ा इलाके में तेज रफ्तार डंपर ने सोमवार दोपहर तबाही मचा दी। डंपर ने अपने सामने आए कई वाहनों को टक्कर मारी जिससे 14 लोगों की मौत हो गई व 13 घायल हो गए।

जयपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार सोनी ने यह जानकारी दी।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक संदेश में कहा, ‘‘राजस्थान के जयपुर में हुई दुर्घटना में जनहानि से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’’

मुख्यमंत्री शर्मा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जयपुर के हरमाड़ा स्थित लोहामंडी क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना में जनहानि अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है। संबंधित अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।”

जिलाधिकारी सोनी ने बताया कि यह डंपर रोड नंबर 14 से लोहा मंडी पेट्रोल पंप की ओर तेज गति से जा रहा था और रास्ते में आने वाले वाहनों को टक्कर मारता चला गया।

सोनी ने ‘ बताया, ‘‘14 लोगों की मौत हो गई और 13 घायल हो गए। घायलों का एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में इलाज किया जा रहा है और कई की हालत गंभीर है।’’

पुलिस के अनुसार, यह भीषण टक्कर लोहा मंडी के पास हुई जब कथित तौर पर शराब के नशे में धुत डंपर चालक ने कम से कम 17 वाहनों को टक्कर मारी और फिर एक अन्य ट्रेलर से टकराकर रुक गया।

उसने बताया कि हादसा इतना भयावह था कि डंपर की चपेट में आने वाले लोगों के शवों के अवशेष सड़क पर जहां-तहां बिखरे पड़े थे। कई मोटरसाइकिल डंपर के पहियों के नीचे आकर कुचल गईं, अनेक कारें भी चकनाचूर हुईं।

प्रत्यक्षदर्शियों ने इस दृश्य को ‘नरसंहार’ से कम नहीं बताया।

स्थानीय दुकानदार महेश शर्मा ने कहा, ‘‘हमने लोगों को क्षतिग्रस्त कारों से एक के बाद एक शव निकालते देखा। कुछ अंदर फंसे हुए थे, कुछ सड़क पर पड़े थे। चारों ओर अफरा-तफरी, चीख-पुकार और खून ही खून था।’’

घटनास्थल पर मौजूद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव पचार ने बताया कि डंपर चालक लापरवाही से गाड़ी चला रहा था और उसने एक कार को टक्कर मार दी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसका पीछा किया।

अधिकारी के मुताबिक, उसने डंपर को और तेज रफ्तार से चलाया तथा सड़क पर पैदल चल रहे लोगों व मोटरसाइकिल सवारों को टक्कर मार दी।

उन्होंने बताया कि इसके बाद, दिल्ली-अजमेर राजमार्ग पर एक ट्रेलर ट्रक और एक कार से टकराने के बाद वह रुक गया।

चालक के शराब के नशे में होने पर उन्होंने कहा, “चूंकि आरोपी चालक खुद घायल है। मेडिकल जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। लेकिन जिस तरह की दुर्घटना है वह निश्चित रूप से किसी नशे में हो सकता है या कोई मेडिकल कारण हो सकता है।”

सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में डंपर को 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ते हुए वाहनों को टक्कर मारते और मोटरसाइकिल सवारों को कुचलते हुए देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों ने चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

पीड़ितों में आगरा के एक परिवार के सदस्य-नानजी भाई, उनके भाई, दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं, जो खाटूश्यामजी से पूजा-अर्चना करके लौट रहे थे।

नानजी भाई ने कहा, ‘‘हमारी कार सड़क किनारे खड़ी थी तभी डंपर ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। परिवार के पांच लोग घायल हो गए हैं।’’

मृतक महेंद्र (38) के रिश्तेदार राकेश ने बताया कि उनके बड़े भाई की दो बेटियां वर्षा (19) और भानु (5) अपने चाचा के साथ दिवाली मनाने जयपुर आई थीं और छुट्टियों के बाद महेंद्र दोनों बच्चियों को बस स्टैंड पर बस में चढ़ाने गया था, तभी यह हादसा हुआ।

उन्होंने बताया कि वर्षा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है जबकि महेंद्र और भानु की मौत हो गई है।

इस दुर्घटना के बाद इलाके के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और निवासियों ने सड़क सुरक्षा कानूनों को सख्ती से लागू करने की मांग की।

राजस्थान में दो दिन में यह दूसरी बड़ी सड़क दुर्घटना है। रविवार को फलोदी इलाके में टेंपो ट्रैवलर के खड़े ट्रेलर से टकरा जाने से 10 महिलाओं और चार बच्चों समेत कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।