मुंबई: 11 अक्टूबर (ए)) मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक पूर्व कर्मी को कथित तौर पर नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाला गिरोह चलाने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के अकोला जिले के निवासी नीलेश काशीराम राठौड़ (38) ने अवैध रूप से कमाए गए पैसों से दो मराठी फिल्में बनाई थीं।अधिकारी ने बताया कि राठौड़ के खिलाफ मुंबई, नवी मुंबई, अकोला, पुणे और महाराष्ट्र के बाहर भी मामले दर्ज हैं और उस पर अब तक कम से कम 2.88 करोड़ रुपये की ठगी करने का संदेह है। उन्होंने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने उसके खिलाफ प्राप्त लगभग 60 शिकायतों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
अधिकारी ने बताया कि राठौड़ और उसके साथियों ने कथित तौर पर राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से पांच लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की रकम वसूली। उन्होंने युवाओं का ना केवल फर्जी‘मेडिकल परीक्षण’ कराया, बल्कि उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमाए।
राठौड़ को कुछ साल पहले सीआईएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था और वह कथित तौर पर 2022 से यह गिरोह चला रहा था।
बीड निवासी संतोष खरपुड़े ने हाल ही में उसके खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में शिकायत दर्ज कराई थी। ईओडब्ल्यू अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उसकी पत्नी दिल्ली में रहती है, जिसके बाद उसे राष्ट्रीय राजधानी के द्वारका मोड़ इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया।