हाथरस,28 जुलाई (ए)। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय प्रशासन पर अनियमितता, उत्पीड़न और सुविधाएं उपलब्ध न कराने का आरोप लगाते हुए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद वे वापस लौट गए।
वहीं, विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. भगवान सिंह ने किसी तरह की कोई अनियमितता होने से इनकार किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि आंदोलन कर रहे जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों की बात सुन कर एक-एक चीज का विद्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया गया। साफ-सफाई के लिए दल गठित किए गए हैं और जिन समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर हो सकता है उसके लिए काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र अपना आंदोलन समाप्त कर विद्यालय पहुंच चुके हैं।
इससे पहले, छात्रों ने आरोप लगाया कि ‘‘खाने के लिए अच्छा भोजन नहीं दिया जाता है, पंखे पुराने हैं, जो तेज नहीं चलते हैं और साथ ही बिजली न आने पर जनरेटर होने के बावजूद उसे चलाया नहीं जाता है।’’
हाथरस के सिकंदराराऊ के अगसौली स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा, ‘‘बिजली कटने पर उन्हें जाग कर रात काटनी पड़ती है और सुबह पांच बजे उठकर मैदान में परेड और कसरत के लिए आना पड़ता है जो उनके लिए बहुत कठिन होता है।’’
उन्होंने कहा कि उनके बीमार होने पर दवा के नाम पर सिर्फ पेरासिटामोल की गोली दी जाती है, अलग से कोई अच्छी दवा नहीं दी जाती और बीमार होने पर उचित खाना भी नहीं दिया जाता।
छात्रों का यह भी आरोप है कि पिछले दिनों जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक निरीक्षण करने विद्यालय पहुंचे थे, जहां विद्यालय प्रबंधन ने उन्हें अच्छी-अच्छी व्यवस्थाएं दिखाई और अधिकारियों से क्लीन चिट ले ली, जबकि उनका विद्यालय में रहना बहुत ही मुश्किल हो रहा है।
इस बीच, विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. भगवान सिंह ने बताया कि विद्यालय में किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं है।
उप जिलाधिकारी (एसडीएम) धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि छात्र विद्यालय में अनिमितताओं को लेकर नाराज हैं और उन्हें समझाने की कोशिश की गई है।