पणजी: 23 नवंबर (ए) गोवा में चार दिवसीय कार्यक्रम ‘टेल्स ऑफ कामसूत्र एंड क्रिसमस सेलिब्रेशन’ के विज्ञापन को लेकर लोगों में रोष फैलने के बाद पुलिस ने आयोजकों को कार्यक्रम को रद्द करने का निर्देश दिया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने इस मामले पर तब संज्ञान लिया जब एक स्थानीय गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने 25 से 28 दिसंबर तक राज्य में होने वाले इस कार्यक्रम पर आपत्ति जताई।
पुलिस ने रविवार को ‘एक्स’ पर कार्यक्रम का एक पोस्टर साझा करते हुए कहा कि उन्होंने मामले का संज्ञान लिया है और आयोजकों को कार्यक्रम रद्द करने का निर्देश दिया है।
पुलिस ने पोस्ट में कहा, “आयोजकों को सोशल मीडिया से विज्ञापन हटाने का भी निर्देश दिया गया है।” साथ ही पुलिस थानों को अपने अधिकार क्षेत्र में आगामी कार्यक्रमों पर निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
‘भगवान श्री रजनीश फाउंडेशन’ के बैनर तले सोशल मीडिया पर ‘टेल्स ऑफ कामसूत्र एंड क्रिसमस सेलिब्रेशन’ नामक इस कार्यक्रम का विज्ञापन किया गया था।
पोस्टर में कार्यक्रम स्थल का जिक्र नहीं था, लेकिन इसमें बताया गया था कि इसके संचालक ‘भगवान श्री रजनीश फाउंडेशन’ की ओशो लुधियाना मेडिटेशन सोसाइटी के संस्थापक स्वामी ध्यान सुमित हैं।
पुलिस ने गोवा स्थित एनजीओ एआरजेड (अन्याय रहित जिंदगी) के संस्थापक और निदेशक अरुण पांडे की एक पोस्ट को भी टैग किया जिन्होंने इस कार्यक्रम के खिलाफ अपराध शाखा में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी।
पांडे ने लिखा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओशो, क्रिसमस और ध्यान के नाम पर गोवा को यौन गतिविधियों वाले गंतव्य स्थल के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। मैंने गोवा अपराध शाखा में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उम्मीद है कि विज्ञापनदाताओं और आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उत्तरी गोवा के सेंट क्रूज़ की स्थानीय कांग्रेस इकाई सहित कुछ अन्य संगठनों ने भी इस आयोजन पर आपत्ति जताई थी।