नयी दिल्ली: सात अप्रैल (ए) दीवानी मामलों से संबंधित विवादों में राज्य पुलिस की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने से निराश उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि ‘‘उत्तर प्रदेश में कानून का शासन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है’’ क्योंकि ऐसे मामलों में आपराधिक कानून को ‘‘दिन-रात’’ लागू किया जाता है।
