कफ सिरप के काले कारोबार में जितने लोग शामिल हैं, सरकार उन पर बुलडोजर चलाए : अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ: 20 दिसंबर (ए)) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार मामले में प्रदेश सरकार पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए मांग की कि जितने लोग इस मामले में शामिल हैं, उन पर बुलडोजर चलना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार को लेकर राज्य के मुख्य विपक्षी दल सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मामले की जांच जारी है और अब तक जितने भी लोग पकड़े गए हैं, उनके तार सपा से जुड़े हुए हैं।मुख्‍यमंत्री के इस बयान के एक दिन बाद सपा प्रमुख ने पार्टी के राज्‍य मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जिनको आप सपा का बता रहे हैं, कालीन भैया, कोडीन भैया, जितने लोग हैं, उन सब पर बुलडोजर चलना चाहिए क्योंकि सवाल सिर्फ उत्तर प्रदेश का नहीं, देश के प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र (वाराणसी) का है। इस मामले में जितने लोग शामिल हैं, हजारों करोड़ रुपये का जिन लोगों ने खेल किया है, उन सभी पर बुलडोजर चलना चाहिए।’’

अखिलेश यादव ने मुख्‍यमंत्री द्वारा शुक्रवार को सुनाई गई शायरी पर पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं शायर नहीं हूं लेकिन हमारे राष्ट्रीय कवि उदय प्रताप जी का हिंदी, उर्दू में बड़ा सम्मान है।’’ उनकी एक रचना पढ़ते हुए अखिलेश ने मुख्‍यमंत्री को लक्ष्य कर कहा, ‘‘अपना चेहरा न पोंछा गया आपसे, आईना बेवजह तोड़ कर रख दिया।’’

शुक्रवार को विधानमंडल सत्र की शुरुआत से पहले मुख्‍यमंत्री ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए पत्रकारों से कहा, ‘‘उनके बारे में बस यही कहूंगा-‘यही कसूर मैं बार-बार करता रहा, धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करता रहा।’’

योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘माफियाओं के साथ इनकी (अखिलेश यादव) भी तस्वीरें हैं। जांच होने दीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी सामने होगा।’’

उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी यादव पर आरोपियों से संबंध होने के आरोप लगाए और तस्‍वीरें भी साझा की थीं।

सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘कोडीन को लेकर बहुत महत्वपूर्ण बातें सरकार छिपा रही है। कई तस्वीरें दिखाई जा रही हैं। अगर हम तस्‍वीरों का ही सब कुछ ठीक मान लें और मेरे साथ खड़ा होने वाला ही माफिया है तो मेरी तस्वीर तो मुख्‍यमंत्री जी के साथ भी है। मेरी तस्वीर उप मुख्‍यमंत्री, दूसरे हाफ (उप मुख्‍यमंत्री) के भी साथ है। अगर मेरी तस्वीर और मुख्‍यमंत्री जी की साथ देखते हैं तो माफिया किसको पायेंगे आप, लगता है कि धूल कैमरों पर लग गई है।’’

उन्होंने मामले में वांछित एक बर्खास्त सिपाही का आपराधिक इतिहास बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए।

यादव ने एक लंबी कविता पढ़ी जिसमें उन्होंने संकेतों के जरिए मुख्‍यमंत्री पर निशाना साधा।

अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘यही कसूर रहा इनका, ये अपनों को हर हाल में बचाते रहे, उनके गुनाह छिपाते रहे/ जब खुलने लगा राज इनका तो औरों पर इल्जाम लगाते रहे/ यही कसूर रहा इनका, पहनकर लिबास शराफत का, लोगों के ऐतबार में सेंध लगाते रहे/ गिरा कर औरों के मकान और दुकान अपना गोरखधंधा चलाते रहे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘किसी प्रदेश का मुख्‍यमंत्री झूठ बोले और उसके साथ खड़े हुए जो उनको पसंद नहीं करते, वो झूठ बोले तो कल्पना कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री के क्षेत्र में इतना बड़ा रैकेट चल रहा है। सवाल यह नहीं कि उप्र में चल रहा है, बड़ा सवाल यह है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र से चल रहा है।’’

यादव ने कहा, ‘‘जब ये खुद फंसने लगे तो एकाध तस्‍वीर दिखाकर कहते हैं कि सपा की है तो मैं समाजवादी पार्टी की तरफ से मांग करता हूं कि जो जो माफिया हैं उन पर बुलडोजर चलना चाहिए।’’

यादव ने अधिकारियों के बीच आपसी लड़ाई के चलते ऐसे मामलों के बाहर आने का दावा करते हुए कहा कि अधिकारियों की लड़ाई की वजह से जनता को सब कुछ पता चल रहा है।

उप्र में कफ सिरप के अवैध कारोबार मामले में कुल 133 प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसकी पुलिस महानिरीक्षक एलआर कुमार की अध्यक्षता में पुलिस और खाद्य एवं औषधि सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी समेत तीन सदस्यीय समिति पूरे प्रदेश में जांच कर रही है।