इंदौर (मप्र), नौ जून (ए) मेघालय पुलिस द्वारा राजा रघुवंशी हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपियों में शामिल एक व्यक्ति इंदौर के 29 वर्षीय इस ट्रांसपोर्ट कारोबारी के अंतिम संस्कार में उसकी पत्नी सोनम के मायके के पास रहने वाले लोगों को अपने साथ ले गया था। इस वाकये के एक चश्मदीद ने सोमवार को यह जानकारी दी। उधर मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में मारे गए इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी के सिर पर किसी धारदार चीज से दो बार प्रहार किया गया था। सोमवार को उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई।
मेघालय पुलिस का कहना है कि राज्य में हनीमून के दौरान ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (29) की हत्या में उसकी पत्नी सोनम कथित रूप से शामिल थी जिसने वहां भाड़े के हत्यारे बुलाए थे।
अधिकारियों ने बताया कि सोनम (25) ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि रात भर की छापेमारी के बाद तीन आरोपियों को इंदौर और इसके आस-पास से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि इन आरोपियों की पहचान राज कुशवाह, विशाल चौहान और आकाश राजपूत के रूप में हुई है।
सोनम का मायका इंदौर के गोविंद नगर खारचा इलाके में है। वह फर्नीचर में इस्तेमाल आने वाली सनमाइका शीट के कारोबार के पारिवारिक प्रतिष्ठान से जुड़ी है। आरोपियों में शामिल कुशवाह इस प्रतिष्ठान में काम करता है।
सोनम के मायके के पास रहने वाले लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने संवाददाताओं को बताया कि मेघालय से राजा रघुवंशी का शव जब चार जून को यहां पहुंचा था, तब सोनम के परिवार ने अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों के लिए चार-पांच गाड़ियों की व्यवस्था की थी।
उन्होंने बताया,‘‘मैं जिस चारपहिया गाड़ी में बैठकर अंत्येष्टि स्थल गया, उसे कुशवाह चला रहा था। हालांकि, तब मेरी उससे कुछ खास बातचीत नहीं हुई थी। राजा रघुवंशी हत्याकांड में उसकी गिरफ्तारी के बाद जब मैंने मीडिया में उसका फोटो देखा, तब मुझे याद आया कि यही व्यक्ति मुझे अंत्येष्टि स्थल तक ले गया था।’’
इससे पहले, सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने अपनी बेटी को बेगुनाह बताते हुए इस हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की।
उन्होंने कहा,‘‘कुशवाह का नाम मेरी बेटी सोनम के साथ गलत तरह से जोड़ा जा रहा है। मेघालय पुलिस अपनी खाल बचाने के लिए मेरी बेटी पर झूठे आरोप लगा रही है। मैं मेघालय पुलिस को कानूनी नोटिस भेजूंगा। मैं चाहता हूं कि सीबीआई पूरे मामले की जांच करे।’’
चश्मदीदों ने सोमवार रात की स्थिति के मुताबिक बताया कि सोनम के मायके के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है और उसके घर का दरवाजा लम्बे वक्त से अंदर से बंद है।
इस बीच, यहां सहकार नगर में राजा रघुवंशी के घर के बाहर स्थानीय लोगों ने सोनम की तस्वीर जलाकर 29 वर्षीय ट्रांसपोर्ट कारोबारी की हत्या पर आक्रोश जताया।
प्रदर्शनकारियों ने रघुवंशी के घर के बाहर लगाये गये उस विशाल बैनर को भी आग के हवाले कर दिया गया जिसमें उसकी हत्या की सीबीआई जांच की मांग की गई थी।
मेघालय में रघुवंशी का शव मिलने के बाद लगाये गये इस बैनर पर लिखा था,‘‘केंद्र सरकार और राज्य सरकार से राजा की आत्मा करे पुकार-मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया है। सीबीआई से कराई जाए जांच।’’
बैनर पर राजा रघुवंशी और उसकी पत्नी सोनम की शादी तस्वीरें भी छापी गई थीं।
अधिकारियों ने बताया कि मेघालय में हनीमून मनाने गये राजा रघुवंशी और सोनम 23 मई को लापता हो गये थे।
उन्होंने बताया कि राजा रघुवंशी का शव दो जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र (जिसे चेरापूंजी भी कहा जाता है) में एक झरने के पास गहरी खाई में मिला था।
राजा रघुवंशी का परिवार ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है। सोनम से उसकी शादी 11 मई को हुई थी और फिर दोनों 20 मई को हनीमून के वास्ते मेघालय गये थे।
अधिकारियों ने बताया कि मेघालय पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) राजा रघुवंशी की हत्या के मामले की विस्तार से तहकीकात कर रहा है।