गोरखपुर (उप्र): 23 जुलाई (ए) उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर संवैधानिक मूल्यों के विरुद्ध काम करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि विपक्षी दल को संविधान की कोई परवाह नहीं है।
पाठक ने संसद के पास स्थित एक मस्जिद में सपा सांसदों की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ बताया और कहा, ”समाजवादी पार्टी का संविधान से कोई लेना-देना नहीं है। सपा नेता बार-बार जनता के सामने नमाजवादी बनकर सांप्रदायिक राजनीति करते हैं।”
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ”सपा वही पार्टी है जिसने अयोध्या में निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं और सरयू (नदी) को खून से लाल कर दिया। उन्होंने सनातन संस्कृति की जड़ों को लगातार चोट पहुंचाने की कोशिश की है मगर सफल नहीं हो सके।”
पाठक ने दावा किया कि राज्य की जनता ऐसी राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने सपा के सत्ता में लौटने की संभावना को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, ”सपा तुष्टीकरण के चाहे कितने भी हथकंडे अपना ले मगर सत्ता में उसकी वापसी असंभव है। जैसा कि हम हमेशा कहते आए हैं कि जो भगवान राम के साथ खड़ा नहीं हो सकता, वह भगवान कृष्ण के साथ भी नहीं खड़ा हो सकता और अगर कृष्ण के साथ नहीं है तो वह यदुवंशी कैसे हो सकता है?”
मुस्लिम समुदाय के प्रति सपा के रुख के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि यह सपा की लंबे समय से चली आ रही तुष्टिकरण की रणनीति का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, ”सपा के विपरीत भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र का पालन करती है और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है।”