गाजीपुर (उत्तर प्रदेश),नौ जून (ए)। शादी के बाद हनीमून पर गये और मेघालय से 23 मई को लापता हुए, मध्यप्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी हत्या कांड से पर्दा उठने लगा है। वहां पति राजा रघुवंशी का शव मिला था, जबकि सोनम लापता थी।
इस हत्याकांड में नौ जून को एक नया मोड़ तब आया जब मृत राजा रघुवंशी की नवविवाहिता पत्नी सोनम रघुवंशी नन्दगंज थाना क्षेत्र के आंकुशपुर स्थित काशी चाय जायका ढाबे पर रात तकरीबन दो बजे बदहाल स्थिति में रोते हुए पहुंची। उसने ढाबा संचालक साहिल यादव से अपने घर पर बात करने के लिए मोबाइल मांगा और अपने घर काल किया था। ढाबा संचालक ने अकेली बदहवास महिला को देखकर रात में ही पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया और उसका चेक अप कराकर उसे वन स्टाप सेन्टर में निगरानी में रख दिया।
गाज़ीपुर के पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा व एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि अभी वह कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। गाज़ीपुर पुलिस ने मेघालय पुलिस को सोनम के मिलने की जानकारी दी है। मेघालय पुलिस ही उस मामले की जानकारी दे पायेगी। गाजीपुर पुलिस अधीक्षक ईरज राजा ने बताया कि सोनम रघुवंशी के मामले में मेघालय पुलिस को सूचना दे दी गयी है। इस मामले की जांच और पूछताछ मेघालय पुलिस ही करेगी।
घटना क्यों और कैसे हुई, हम इसकी पुष्टि नहीं करते लेकिन जानकारी के अनुसार, हपोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में राजा रघुवंशी के शरीर पर जहां धारदार हथियार से वार के निशान मिले थे, वहीं शव को खाई में फेंकने से उनकी हड्डियां में फ्रैक्चर भी मिला था। पुलिस को घटनास्थल से ही राजा की हत्या में प्रयुक्त नया धारदार दाव भी मिल गया था। शिलॉन्ग एसपी विवेक सिम ने इसकी पुष्टि की थी।
राजा रघुवंशी की हत्या में मेघालय पुलिस सोनम को भी संदिग्ध मान रही है। इस मामले में पुलिस तीन लोगों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है और अब सोनम भी पुलिस की निगरानी में है।
बताया गया कि मध्य प्रदेश का इंदौर निवासी राजा रघुवंशी अपनी नवविवाहिता पत्नी सोनम रघुवंशी के साथ गत 20 मई को असम के गुवाहाटी के लिए निकले और मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले में पहुंचे। 23 मई को उन्होंने मंदिर में दर्शन पूजन किया और चेरापूंजी के समीप ओसारा हिल्स पहुंचे। 23 मई को दोपहर में उन्होंने अपने परिजनों से बात की और फिर उनका मोबाइल बंद हो गय। उनके परिजन 24 और 25 मई को कई बार काल किया परन्तु बात न हो सकी। 26 मई को राजा रघुवंशी और सोनम के परिजन उनकी खोज में शिलांग पहुंचे और नवदम्पत्ति के गुम होने की जानकारी दी। पुलिस ने 28 मई को उस होमस्टे की तलाशी ली जिसमें वे रुके थे। वहां उनके बैग पाये गये। 31 मई को 1 जून को वे जिस स्कूटी से गये थे, राजा और सोनम निकले थे, उसकी लोकेशन के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन दो जून सोमवार को राजा रघुवंशी का शव वोइसाडोंग नामक स्थान पर 150 फीट नीचे गहरी खाई में सड़ी अवस्था में मिला था। उनका मोबाइल, पर्स, सोने की चेन और अंगूठी नदारद रहे जबकि उसकी स्मार्टवॉच शव की कलाई पर बंधी थी।
राजा रघुवंशी की हत्या के बाद से ही उनकी नवविवाहिता पत्नी सोनम रघुवंशी का रहस्यमय ढंग से गायब होना और फिर एक पखवाड़े बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के अंकुशपुर के पास देर रात एक ढाबे से मिलना अपने आप में रहस्य बना हुआ है वास्तविकता यह है कि समाचार लिखे जाने तक सोनम ने गाज़ीपुर पुलिस को कुछ भी नहीं बताया है और गाज़ीपुर पुलिस मेघालय पुलिस का इंतजार कर रही है जहां इस संबंध में मुकदमा दर्ज है और पुलिस उसकी विवेचना कर रही है।(डा.ए.के राय)