मुंबई, 15 सितंबर (ए)) नवी मुंबई में रोड रेज की घटना के बाद कथित तौर पर अपहृत एक ट्रक चालक को पुणे में पूर्व आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेडकर के घर से मुक्त कराया गया है। यह जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी।
खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा में धोखाधड़ी करने तथा गलत तरीके से ओबीसी और दिव्यांग कोटा का लाभ लेने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि कथित अपहरण शनिवार की शाम को नवी मुंबई टाउनशिप में मुलुंड-ऐरोली रोड पर हुआ, जब प्रहलाद कुमार (22) अपना कंक्रीट मिक्सर ट्रक चला रहे थे।
रबाले पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रक एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन से टकरा गया, जिसके बाद कुमार और एसयूवी में सवार दो लोगों के बीच बहस हो गई।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद एसयूवी सवार लोगों ने प्रहलाद कुमार को पुलिस थाने ले जाने के बहाने जबरन अपने वाहन में बिठा लिया और मौके से फरार हो गए।
ट्रक के मालिक की शिकायत के आधार पर रविवार को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 137(2) (अपहरण) के तहत दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने बाद में एसयूवी को पुणे में पाया।
अधिकारी ने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर नवी मुंबई पुलिस को पता चला कि प्रहलाद कुमार को पुणे ले जाया गया था, जिसके बाद रविवार को एक टीम वहां गई।
अधिकारी ने कहा, ‘हमें गाड़ी और पीड़ित, पूजा खेडकर के बंगले में मिले।’
उन्होंने बताया कि शुरुआत में खेडकर की मां ने पुलिस को घर में घुसने से कथित तौर पर रोका और उनसे झगड़ा किया।
उनके अनुसार, बाद में पुलिस का दल घर में घुसने में कामयाब रहा। उन्होंने कुमार को वहां से मुक्त कराया गया और उन्हें नवी मुंबई वापस लाया गया।
अधिकारी ने बताया कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने खेडकर की मां को पूछताछ के लिए पेश होने का नोटिस जारी किया है।
पुलिस ने कहा, ‘अपहरणकर्ताओं की पहचान और उनके मकसद का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।’
खेडकर पर 2022 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए अपने आवेदन में आरक्षण का लाभ उठाने के लिए गलत तथ्य प्रस्तुत करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों का खंडन किया है