उत्तर लखीमपुर (असम): 19 जनवरी (ए) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) दिल्ली से पूरे देश पर शासन करने के विचार का पूर्ण समर्थन करते हैं, लेकिन राज्यों पर दिल्ली से यह (शासन) नहीं किया जाना चाहिए।
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के असम में प्रवेश करने के दूसरे दिन लखीमपुर जिले के गोगामुख में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसी किसी प्रणाली का समर्थन नहीं करती।उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और आरएसएस का मानना है कि हिन्दुस्तान पर एक भाषा और एक नेता के जरिये दिल्ली से शासन चलाया जाना चाहिए। लेकिन हम इससे असहमत हैं। असम पर शासन दिल्ली से नहीं, बल्कि असम से चलाया जाना चाहिए।’’
राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस सभी राज्यों को समान महत्व देती है और इसी कारण उन्होंने पूर्व के मणिपुर से पश्चिम में मुंबई तक के लिए यह यात्रा शुरू की है।
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर के राज्य और इसके लोगों की सुरक्षा किसी अन्य राज्य की तरह ही हमारे लिए महत्वपूर्ण है।’’
उन्होंने पिछले साल मई से लगातार जातीय हिंसा से मणिपुर के दहलने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्य का दौरा नहीं करने को लेकर उनपर तंज कसा।
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘भारत के इतिहास में इस समय एक राज्य में गृह युद्ध जैसी स्थिति है। लेकिन प्रधानमंत्री ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया। वह वहां नहीं गए क्योंकि इससे भाजपा की राजनीतिक हकीकत सामने आ जाएगी।’’
राहुल ने लगातार दूसरे दिन (असम के मुख्यमंत्री) हिमंत विश्व शर्मा की आलोचना की और उन्हें देश में ‘सबसे भ्रष्ट’ मुख्यमंत्री बताया।
राहुल ने असम में यात्रा के दूसरे दिन की शुरूआत माजुली और लखीमपुर जिलों से की। वह गोगामुख में रात में ठहरने के बाद शनिवार को अरूणाचल प्रदेश की ओर बढ़ेंगे।