नयी दिल्ली: 21 अप्रैल (ए)।) उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा की याचिका से उत्पन्न कानूनी मुद्दों को बड़ी पीठ के पास भेज दिया। इसमें यह सवाल भी शामिल है कि मजिस्ट्रेट अदालत के जांच के आदेश के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने के लिए पूर्व मंजूरी की आवश्यकता है या नहीं।