पंजाब और भारत के बीच’ सीमा मत बनाइए : किसानों के मार्च को लेकर मान की हरियाणा सरकार से अपील

राष्ट्रीय
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चंडीगढ़: 11 फरवरी (ए) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च को बाधित करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा कुछ सड़कों पर कंक्रीट के अवरोधक, कीलें और कंटीले तार लगाए जाने की आलोचना की तथा पड़ोसी राज्य की भाजपा सरकार पर ‘‘पंजाब और भारत के बीच’’ सीमा बनाने का आरोप लगाया।

मान ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर नीत हरियाणा सरकार ने पंजाब के साथ लगी सीमा पर इतने कंटीले तार लगाएं हैं जितने पाकिस्तान के साथ लगी देश की सीमा पर लगे हैं।हालांकि, खट्टर ने राज्य की सीमाओं को सील करने और पंजाब के किसानों को राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने से रोकने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदम को उचित ठहराया और कहा कि इसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था बरकरार रखना है।हरियाणा के अधिकारियों ने अंबाला जिले के पास शंभू में पंजाब के साथ राज्य की सीमा को सील कर दिया है और दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों पर कंक्रीट के अवरोधक, रेत की बोरियां, कंटीले तार लगाये हैं और दंगा-रोधी वाहन मौजूद रखे हैं। जींद और फतेहाबाद जिलों में पंजाब के साथ लगी राज्य की सीमाओं पर भी इस तरह के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते 200 से अधिक किसान संगठन 13 फरवरी को दिल्ली तक मार्च करेंगे।मान ने तरन तारन ने एक सभा को संबोधित करते हुए केन्द्र से किसानों की जायज मांगों को मानने की अपील की। उन्होंने कहा,‘‘ वे हरियाणा में क्या कर रहे हैं, वे पंजाब-हरियाणा सीमा पर कीलें और कंटीले तार लगा रहे हैं।’’मान ने कहा,‘‘ मैं केंद्र से किसानों के साथ बातचीत करने और उनकी जायज मांगों को स्वीकार करने का आग्रह करता हूं। पंजाब और भारत के बीच सीमा मत बनाइए। उन्होंने (हरियाणा सरकार ने) एक सीमा बना दी है। दिल्ली जाने के लिए सड़कों पर (पंजाब-हरियाणा सीमा पर) उतने ही कंटीले तार हैं जितने पाकिस्तान से लगी सीमा पर हैं।’’