अयोध्या (उप्र): पांच जून (ए)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को अयोध्या स्थित भव्य राम मंदिर में श्री राम दरबार और अन्य देव विग्रहों के प्राण—प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया और दर्शन—पूजन किया।
गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर राम मंदिर की पहली मंजिल पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के दरबार और आठ विग्रहों की प्राण—प्रतिष्ठा के अवसर पर मुख्यमंत्री ने दर्शन—पूजन कार्यक्रम में भाग लिया।
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक गंगा दशहरा वह दिन है जब राजा भगीरथ की तपस्या से प्रेरित होकर पवित्र नदी गंगा भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर उतरी थीं। इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्यासी अनिल मिश्रा ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्वाहन 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 40 मिनट के बीच आयोजित किया गया। मुख्य राम दरबार के अलावा, राम मंदिर परिसर के भीतर आठ अन्य मंदिरों का अभिषेक भी किया गया।
ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने कहा कि समारोह पूरे धार्मिक अनुष्ठानों और वैदिक मंत्रों के साथ आयोजित किये गये।
इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की घोषणा की।
उन्होंने अपने संदेश में कहा, ”प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि अयोध्या धाम में आज श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में पवित्र देव विग्रहों की प्राण-प्रतिष्ठा हेतु आयोजित कार्यक्रम का साक्षी बनने का परम सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह पावन अवसर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की नूतन अभिव्यक्ति है। सियावर श्री रामचन्द्र की जय!”
अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर परिसर में रामलला की मूर्ति का पहला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित किया गया था।