नयी दिल्ली: पांच मई (ए)।) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर को दिल्ली में पांच सितारा होटल से मामूली झड़प के बाद गिरफ्तार कर लिया है। एजेंसी के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पूर्व विधायक छौक्कर (61) फरार थे। उन्हें रविवार रात नौ बजे के बाद मध्य दिल्ली के शांगरी-ला होटल के ‘ग्रेप्पा बार’ से हिरासत में लिया गया।
ईडी अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे उन्हें खुफिया सूचना मिली थी कि छौक्कर कुछ लोगों के साथ होटल के बार में मौजूद है।
उन्होंने बताया कि गुरुग्राम की विशेष पीएमएलए अदालत द्वारा उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित करने के अलावा उनके खिलाफ जारी सात गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) के अनुसरण में एजेंसी के एक अधिकारी शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंचे।
अधिकारियों ने आरोप लगाया कि जब छौक्कर का ईडी अधिकारी से सामना हुआ, तो वह बाहर की ओर भागने लगे। अधिकारी ने ईडी के गुरुग्राम जोन के संयुक्त निदेशक नवनीत अग्रवाल के साथ मिलकर पूर्व विधायक का पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि छौक्कर ने ईडी अधिकारियों और होटल के कर्मचारियों पर हमला करने की कोशिश की, जिसके बाद वहां मौजूद सुरक्षार्किमयों को बुलाया गया। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने स्थानीय पुलिस को बुलाया और जल्द ही एक कांस्टेबल वहां पहुंचा, जिसके बाद छौक्कर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि छौक्कर को सोमवार को गुरुग्राम की एक अदालत में पेश किया जाएगा। पानीपत जिले की समालखा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक छौक्कर को पिछले साल हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उसी सीट से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह चुनाव में हार गए थे।
छौक्कर, उनके बेटों विकास छौक्कर और सिकंदर छौक्कर पर घर खरीदने वाले 1,500 लोगों के साथ धोखाधड़ी करने और उनसे 500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि हड़पने का आरोप है। सिकंदर को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल जमानत पर बाहर है, जबकि विकास छौक्कर फरार है।
विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने धर्म ंिसह छौक्कर और विकास छौक्कर के खिलाफ कई गैर-जमानती वारंट जारी किए हैं। ईडी ने मार्च में कहा था कि एजेंसी ने उन्हें 19 मई को अदालत के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था।
धन शोधन का यह मामला गुरुग्राम पुलिस द्वारा साई आईना फार्म्स और उससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है। ईडी ने कहा, ‘‘यह धोखाधड़ी गुरुग्राम के सेक्टर 68, 103 और 104 में किफायती आवास परियोजनाओं के वादे के संबंध में की गई थी और कंपनी ने 3,700 घर खरीदारों से लगभग 616 करोड़ रुपये एकत्र किए थे।’’ उसने कहा था, ‘‘कंपनी निर्धारित समय सीमा के भीतर मकान देने में विफल रही और धन का दुरुपयोग किया।’’