जबलपुर, 28 दिसंबर (ए) मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने आत्महत्या के लिए उकसाने के एक मामले में पुनर्विचार याचिका स्वीकार करते हुए उच्चतम न्यायालय के एक पुराने फैसले का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि गैर-इरादतन गुस्से में कही गई बातों को उकसावा नहीं कहा जा सकता है।.
उच्च न्यायालय ने इस संबंध में निचली अदालत के एक फैसले को रद्द कर दिया।.