भुवनेश्वर, चार जून (ए) ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि कोई भी समाज अपनी महिलाओं को सशक्त किए बिना आगे नहीं बढ़ सकता है। उन्होंने व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए।
पटनायक ने शुक्रवार को भुवनेश्वर में ओडिशा राज्य महिला आयोग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोकतांत्रिक संस्थानों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व पर जोर दिया, क्योंकि यह उनके सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाता है।
पटनायक ने कहा कि दो दिनों के लिए महिलाओं से जुड़े मुद्दों के विशेषज्ञ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे और व्यावहारिक समाधान व निष्कर्ष निकालेंगे। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर की पंचायतों से लेकर विधानसभा और संसद तक, संस्थानों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व सरकार के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ओडिशा ने पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीटें आरक्षित की हैं। हाल ही में संपन्न स्थानीय निकाय चुनावों में 55 प्रतिशत से अधिक महिलाएं चुनी गईं, जबकि 30 जिला अध्यक्षों में से 21 महिलाएं हैं। बीजू जनता दल (बीजद) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटें आरक्षित कीं, जो किसी भी राजनीतिक दल द्वारा इस दिशा में उठाया गया पहला कदम है।’’
पटनायक ने कहा कि बीजद सरकार हमेशा से यह मानती रही है कि कोई भी परिवार, समाज, राज्य या देश अपनी महिलाओं को सशक्त किए बिना कभी आगे नहीं बढ़ सकता। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी प्रमुख पहलों के मूल में लड़कियों और महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सही मायने में सशक्त बनाने का प्रयास है।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ‘ममता योजना’ गर्भवती महिलाओं को वित्तीय सहायता का आश्वासन देकर उन्हें सशक्त बनाती है। वहीं, बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) के तहत महिलाओं को 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है। इसी तरह, ‘सुदक्षिण योजना’ लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करती है, जबकि भूमि अधिकार के दस्तावेज महिलाओं के नाम पर जारी किए जाते हैं।
पटनायक ने अपनी सरकार के एक प्रमुख कार्यक्रम ‘मिशन शक्ति’ पर भी प्रकाश डाला, जिसमें राज्य भर की सभी बस्तियों की 70 लाख महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम महिलाओं को एक नए समावेशी ओडिशा के नीति निर्माताओं और पथ प्रदर्शक के रूप में उभरने में मदद कर रहा है।