महाराष्ट्र: अजित पवार, राकांपा के अन्य मंत्री शरद पवार से मिले, पार्टी को एकजुट रखने का आग्रह किया

राष्ट्रीय
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मुंबई, 16 जुलाई (ए) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अपने खेमे के कुछ अन्य मंत्रियों के साथ रविवार को मुंबई में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की और उनसे पार्टी को एकजुट रखने का आग्रह किया। राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने यह जानकारी दी।.

पटेल ने कहा कि राकांपा प्रमुख ने चुपचाप उनकी बात सुनी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अपने चाचा के खिलाफ बगावत करने और दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह और शरद पवार के बीच यह पहली अनिर्धारित बैठक थी।.

अजित पवार ने राकांपा मंत्रियों-हसन मुशरिफ, छगन भुजबल, अदिति तटकरे और दिलीप वलसे पाटिल के साथ वाई बी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मुलाकात की।

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में राकांपा के राज्यसभा सदस्य प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार उन सबके लिए एक आदर्श की तरह हैं और वे आशीर्वाद लेने के लिए उनसे मिले। अजित खेमे में शामिल पटेल ने कहा, ‘‘हमने उनसे (शरद पवार से) राकांपा को एकजुट रखने का अनुरोध किया। हमने उनसे अगले कुछ दिनों में हमारे अनुरोध के बारे में सोचने और हमारा मार्गदर्शन करने के लिए भी कहा। उन्होंने चुपचाप हमारी बात सुनी, लेकिन कुछ नहीं कहा।’’

उन्होंने कहा कि अजित पवार खेमे के मंत्रियों ने शरद पवार से पहले से समय नहीं लिया था, लेकिन जब उन्हें पता चला कि वह (शरद) वहां मौजूद हैं, तो वे सीधे चव्हाण सेंटर आ गए।

बैठक पर टिप्पणी करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा, ‘‘अजित पवार गुट अभी भी शरद पवार को अपना नेता मानता है। किसी वरिष्ठ नेता से मिलने में कुछ भी गलत नहीं है।’’

शरद पवार खेमे के सूत्रों ने बताया कि राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और राकांपा के मुख्य सचेतक (शरद पवार खेमा) जितेंद्र आव्हाड भी वाई बी चव्हाण सेंटर पहुंचे।

अजित पवार शुक्रवार को राकांपा अध्यक्ष की पत्नी प्रतिभा पवार से मिलने के लिए उनके आधिकारिक आवास ‘सिल्वर ओक’ गए थे। प्रतिभा पवार की दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हाथ से जुड़ी सर्जरी हुई है।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा के करीबी माने जाते हैं। साल 2019 में, विधानसभा चुनाव के बाद अजित और देवेंद्र फडणवीस ने अल्पकालिक सरकार बनाई थी। बताया जाता है कि इसके बाद प्रतिभा ने अजित को राकांपा में वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

अजित पवार समेत नौ विधायक दो जुलाई को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए थे।