लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण : करीब 62 प्रतिशत मतदान, बंगाल में छिटपुट हिंसा

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली: सात मई (ए) देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 62 प्रतिशत मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में छिटपुट हिंसा की सूचना मिली हैं।

निर्वाचन आयोग के रात आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक असम में सबसे अधिक 75.30 प्रतिशत मतदान हुआ, गोवा में 74.32 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 73.93 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि महाराष्ट्र में 54.98 प्रतिशत मतदान हुआ।

मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ। मतदान समाप्त होने का आधिकारिक समय शाम छह बजे था, हालांकि इससे पहले (छह बजे से पहले) मतदान केंद्र पहुंच कतार में लगे मतदाताओं को अवसर प्रदान करने के कारण इसमें इजाफा किया गया।

आयोग के अनुसार, ये ‘‘अनुमानित’’ आंकड़े हैं और जैसे-जैसे ब्योरा एकत्र किया जा रहा है, इनके बढ़ने की संभावना है।

निर्वाचन आयोग के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 57.34 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 67.07 प्रतिशत, दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव में 65.23 प्रतिशत, कर्नाटक में 68.22 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 63.22 प्रतिशत मतदान हुआ।

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 8.39 करोड़ महिलाओं सहित कम से कम 17.24 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे और 18.5 लाख अधिकारियों द्वारा संचालित 1.85 लाख मतदान केंद्र स्थापित किए गए।

गुजरात में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने मताधिकार का उपयोग किया। प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अहमदाबाद के एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का उपयोग किया।

इस चरण में कद्दावर नेताओं में केंद्रीय मंत्री शाह (गांधीनगर), ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना), मनसुख मांडविया (पोरबंदर), पुरुषोत्तम रूपाला (राजकोट), प्रह्लाद जोशी (धारवाड़) और एसपी सिंह बघेल (आगरा) शामिल हैं।

इस चरण में भाजपा के लिए काफी कुछ दांव पर हैं क्योंकि पिछले चुनाव में उसने गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों की अधिकतर सीटों पर जीत हासिल की थी।

उत्तर प्रदेश में, समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के परिवार के कुछ सदस्य इस चरण में किस्मत आजमा रहे हैं।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता मैनपुरी में ‘‘बूथ लूटने’’ की कोशिश कर रहे थे और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। यादव ने मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र के सैफई (इटावा) में अपना वोट डाला, जहां उनकी पत्नी और मौजूदा सांसद डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं।

पश्चिम बंगाल में चार निर्वाचन क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के कारण मुर्शिदाबाद और जंगीपुर सीटों के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस-सीपीआई (एम) कार्यकर्ता एक-दूसरे से भिड़ गए।

अधिकारियों के अनुसार, मुर्शिदाबाद में सबसे अधिक 76.49 प्रतिशत मतदान हुआ। मालदा दक्षिण में 73.68 प्रतिशत, मालदा उत्तर में 73.30 प्रतिशत और जंगीपुर में 72.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस-मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने चुनावी हिंसा, मतदाताओं को डराने-धमकाने और चुनाव एजेंट पर हमले से संबंधित अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराईं।

निर्वाचन आयोग को सुबह नौ बजे तक 182 शिकायतें मिलीं, जिनमें से अधिकतर मुर्शिदाबाद और जंगीपुर निर्वाचन क्षेत्रों से थीं।

मुर्शिदाबाद सीट पर वाम-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के रबीनगर इलाके में एक ‘फर्जी बूथ एजेंट’ को पकड़ा।

रबीनगर क्षेत्र में जब सलीम ने कथित तृणमूल गुंडों द्वारा माकपा के बूथ एजेंट को घेरने के आरोपों के बाद एक मतदान केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की तो उन्हें ‘वापस जाओ’ के नारों का सामना करना पड़ा।

सलीम ने कहा, ‘‘तृणमूल ने पूरे निर्वाचन क्षेत्र में आतंक फैलाया हुआ है। निर्वाचन आयोग को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’’

क्षेत्र में मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप सामने आने के बाद सलीम को एक बूथ से दूसरे बूथ पर घूमते देखा गया।

सीट के करीमपुर इलाके में कुछ मतदान केंद्रों के बाहर तृणमूल और माकपा समर्थकों के बीच झड़प की सूचना मिली है। डोमकोल इलाके में तृणमूल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की भी सूचना मिली।

भाजपा उम्मीदवार धनंजय घोष को जंगीपुर इलाके में तृणमूल कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के कुछ मतदान केंद्रों में प्रवेश करने की कोशिश की थी।

मालदा दक्षिण सीट के इंग्लिशबाजार इलाके में भाजपा ने टीएमसी पर उसके बूथ एजेंट की पिटाई का आरोप लगाया, इसी तरह की शिकायतें कांग्रेस ने मालदा के रतुआ इलाके से राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ दर्ज कराईं।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश में, आगरा में 51.53 प्रतिशत, एटा में 57.07, आंवला में 54.73, फतेहपुर सीकरी में 54.93, फिरोजाबाद में 56.27, बदायूं में 52.77, बरेली में 54.21, मैनपुरी में 55.88, संभल में 61.10 और हाथरस में 53.54 प्रतिशत मतदान हुआ।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर मैनपुरी में ‘बूथ’ लूटने के प्रयास का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के लोगों ने पिछले चुनाव में भी बूथ लूटा था तब भी वे बुरी तरह हारे थे। ये फिर बूथ लूटने का प्रयास कर रहे हैं।’’

उन्होंने कुछ जगहों पर वोटों में धांधली का भी आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कुछ जगहों से सूचना मिली है कि सरकार बल प्रयोग कर रही है। मतदान केंद्रों के बाहर अधिकारियों को तैनात किया गया है।’’

बदायूं में ढोरनपुर के ग्रामीणों ने सड़क की मांग पर ध्यान न देने पर नेताओं के विरोध में मतदान का बहिष्कार किया। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है और एक उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को गांव में भेजा गया है।

फिरोजाबाद के तीन गांवों-नगला जवाहर, नीम खेरिया और नगला उमर में एक भी वोट नहीं डाला गया, क्योंकि ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की।

बदायूं से सपा के प्रत्याशी आदित्य यादव ने आरोप लगाया कि कुछ स्थानों पर सपा समर्थकों को वोट नहीं डालने दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस संबंध में निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक से शिकायत की है और पुलिस की ज्यादती का सबूत दिया है। हमें केवल आश्वासन मिल रहा है।’’