सज धज कर मंडप में दूल्हे का इंतजार करती रह गई दुल्हन और जब नहीं–‘

अलीगढ़ उत्तर प्रदेश
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अलीगढ़, 27 दिसम्बर एएनएस। यूपी के अलीगढ़ शहर में शादी के लिये सज धज कर दुल्हन मंडप में बैठी रही, लेकिन दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हा मंडप तक नहीं पहुंचा। बाद में दुल्हन पक्ष ने एसएसपी से मिलकर शिकायत की। मामले की जांच बैठा दी गई है। शहर के थाना गांधीपार्क क्षेत्र में शनिवार को हाथरस के सासनी के एक गांव की रहने वाली युवती ने इस संबंध में तहरीर दी है। युवती का आरोप हैं कि हरदुआगंज के औरंगाबाद निवासी युवक से शादी तय की हुई थी। 25 दिसंबर को बारात आनी थी। इसके लिए कार्ड छपवाकर सभी रिश्तेदारों को न्योता दिया गया था जबकि समारोह स्थल दुबे के पड़ाव स्थित भारतीय स्टेट बैंक के निकट था। इस बीच नियत तारीख पर शादी का समारोह शुरू हो चुका था। बाराती व घराती आना शुरू हो गये थे। दुल्हन भी लाल साड़ी में हाथों में मेहंदी लगाकर मंडप में आ गई थी। लेकिन, दूल्हा नहीं आया। दूल्हे पक्ष की ओर से 10 लोग समारोह में पहुंचे थे। दुल्हन के परिवार जनों को जब यह पता चला कि दूल्हा नही आया है तो दूल्हे की बाबत लोग उसके घर पहुंचे तो उसके परिजनों ने छह लाख रुपए की दहेज मांग रख दी। पहले तो परिवार ने इधर उधर से धनराशि जुटाकर दो लाख रुपए इकट्ठा भी कर लिये। लेकिन दूल्हे का परिवार छह लाख रुपये की मांग पर ही अड़ा रहा।
बाद में थक हारकर दुल्हन पक्ष ने पुलिस बुला ली। पुलिस दूल्हे पक्ष के लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। सुबह तक दूल्हा नहीं आया तो लड़की पक्ष के लोग पहले थाना गांधीपार्क थाने में पहुंचे। इसके बाद एसएसपी कार्यालय पहुंचकर कार्रवाई की गुहार लगायी। एसपी क्राइम डॉ. अरविंद ने मामले की जांच के थाना पुलिस को आदेश दिये है। इस बारे में
गांधी पार्क थाना के एसएसआई ने बताया कि दोनों की पहले कोर्ट मैरिज हो चुकी है। दिन में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया था। जिसके चलते दूल्हा रात में समारोह में शामिल नहीं हुआ था। एसएसआई ने बताया कि समारोह किसी मंडप में नहीं, बल्कि घर में आयोजित किया गया था। दुल्हन को अपने एक परिचित के यहां से ससुराल के लिए विदा होना था। 
युवती ने दो साल पहले इसी युवक पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि वर्ष 2018 में युवक ने एक कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर युवती का शोषण किया व दुष्कर्म किया। इसके बाद स्वजन को जान से मारने की धमकी देता रहा। जैसे तैसे दोनों पक्ष के लोगों ने समझौता कर लिया। फिर संभ्रांत लोगों के बीचबचाव होने पर शादी तय हुई थी।