मुजफ्फरनगर , 28 जनवरी (ए)।
पश्चिमी यूपी में कई सीटों पर गठबंधन के बाद भी समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी आमने-सामने हैं। कुछ स्थानों पर गठबंधन के साथी को टिकट देने के बाद भी दूसरे दल की तरफ से दावा ठोंक दिया गया है। इस टकराव को लेकर अखिलेश यादव ने जवाब दिया। मुजफ्फरनगर में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता में अखिलेश ने कहा कि जिन चुनिंदा सीटों पर भ्रम की स्थिति है, उसे दो दिन में दूर कर लिया जायेगा।
अखिलेश ने कहा कि एक दो सीटों पर थोड़ा बहुत संशय है, उसे दोनों दलों के नेता कल तक दूर कर लेंगे। अखिलेश ने कहा कि आरएलडी-सपा मिलकर भाजपा को हराएंगे। यहां सवाल इस बात का नहीं है कि किसे टिकट मिला, किसे नहीं मिला। इस दौरान उन्होंने गन्ना किसानों के बकाये के भुगतान के सवाल पर कहा कि सपा सरकार में किसानों को गन्ने के भुगतान के लिए 15 दिन से ज्यादा समय का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अखिलेश ने कहा कि किसानों के किसी भी प्रकार के बकाये के भुगतान के लिये अगर फार्मर्स कॉरपस फंड बनाना पड़ेगा, तो उसे भी बनायेंगे। उन्होंने सपा रालोद सरकार की भावी योजनाओं के बारे में कहा कि 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे, सिंचाई के लिए बिजली माफ होगी। किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद के लिए इंतजाम किये जायेंगे। गन्ने के भुगतान के लिए उन्हें इंतजार न करना पड़े इसके लिए ‘फार्मर कॉरपस फंड’ और ‘फॉर्म रिवाल्विंग फंड’ बनाएंगे।
अखिलेश ने कहा कि अपराध पर नियंत्रण के लिये सपा सरकार में शुरु की गयी 100 नंबर गाड़ियों और एंबुलेंस की संख्या भी दोबारा सरकार बनने पर बढ़ाई जायेगी। इस मौके पर उन्होंने सस्ते और मुफ्त राशन वितरण में मिल रहे रिफाइंड तेल को सेहत के लिये नुकसानदायक बताते हुये लोगों से आह्वान किया कि वे भाजपा का रिफाइंड तेल न खायें।
अखिलेश ने मोदी सरकार द्वारा तीन किसान कानून वापस लेने के फैसले का जिक्र करते हुए किसानों को आगाह किया कि किसानों ने सरकार को अपनी ताकत का अहसास कराया। भाजपा आज भी नहीं बता पा रही है कि सरकार ने ये कानून क्यों लागू किये और बाद में क्यों वापस ले लिये। उन्होंने कहा, ह्लवजह ये है कि सरकार ने ये कानून वोट की खातिर वापस ले लिये। मैं किसानों को आगाह करता हूं कि किसान इनसे सावधान रहें।
