नयी दिल्ली: 16 अगस्त (ए)) कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारत का विभाजन हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की ‘जुगलबंदी’ के कारण हुआ। साथ ही उसने सत्तारूढ़ भाजपा पर देश के इतिहास को विकृत करने का प्रयास करते हुए संस्थानों में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया।
कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को देश के इतिहास का ‘‘सबसे बड़ा खलनायक’’ करार दिया और कहा कि आने वाली पीढ़ियां उसे माफ नहीं करेंगी।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर जारी एक विशेष पाठ में भारत के बंटवारे के लिए मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन को जिम्मेदार ठहराया गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता और पार्टी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि पुस्तक में हिंदू महासभा द्वारा मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन सरकार बनाने और विभाजन से पहले दोनों द्वारा यह प्रचार करने के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया है कि ‘‘हिंदू और मुसलमान एक देश में एक साथ नहीं रह सकते।’’
एनसीईआरटी की किताब के बारे में पूछे जाने पर खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विभाजन हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की जुगलबंदी के कारण हुआ। अगर इतिहास में कोई सबसे बड़ा खलनायक है तो वह आरएसएस है। आने वाली पीढ़ियां उनके कृत्यों को माफ नहीं करेंगी।’’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जिस तरह से वे संस्थाओं में दखलअंदाजी कर रहे हैं और इतिहास को विकृत करने की कोशिश कर रहे हैं, हम चुप नहीं बैठेंगे। क्या वे 1938, 1940 और 1942 के ये पन्ने हटा सकते हैं?’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी मोहम्मद अली जिन्ना की मजार पर श्रद्धांजलि देने गए थे, क्योंकि हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ‘‘विभाजन की मांग में एक साथ’’ थे।
खेड़ा ने दावा किया कि 1938 में हिंदू महासभा ने गुजरात में साबरमती के तट पर अपना वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया था, जहां यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि हिंदू और मुसलमान एक देश में एक साथ नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा कि 1940 में लाहौर अधिवेशन में मुस्लिम लीग ने इसे आगे बढ़ाया और इस कथन को दोहराया, लेकिन एनसीईआरटी के पाठ में उनके बारे में कोई उल्लेख नहीं है।
कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘जब 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ, तो कांग्रेस नेताओं ने प्रांतीय विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और सड़कों पर उतर आए। उस समय, हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने गठबंधन किया और उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत, बंगाल और सिंध में सरकारें बनाईं।’’
उन्होंने पूछा, ‘‘क्या एनसीईआरटी के पाठ में यह लिखा है कि हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने संयुक्त गठबंधन सरकारें बनाईं?’’
खेड़ा ने कहा, ‘‘यदि उस पुस्तक में ये सब कुछ नहीं लिखा है जो इतिहास है, तो उसे जला दीजिए।’’