नोएडा (उत्तर प्रदेश): 20 मई (ए)
) उत्तर प्रदेश में जीएसटी विभाग के एक अधिकारी को सोमवार को 45 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि सतर्कता विभाग के निरीक्षक कृष्ण वीर सिंह की शिकायत पर थाना नॉलेज पार्क में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सतर्कता विभाग की एक टीम से मिली जानकारी के मुताबिक, नोएडा के सलारपुर में वर्ष 2016 में पंजीकृत रामाटेक फर्म के मालिक प्रमोद तिवारी ने मेरठ स्थित सतर्कता अधिष्ठान के अधिकारी से शिकायत की थी।
फर्म में कंप्यूटर मरम्मत का काम किया जाता था। शिकायत के अनुसार इसी वर्ष 29 अप्रैल की दोपहर करीब 12.28 बजे उन्हें एक फोन आया था और फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम भूदेव बताते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 2016-17 और 2017-18 का ‘असेसमेंट’ नहीं कराया है।
शिकायत के अनुसार उनसे दोनों वर्षों के ‘असेसमेंट’ का 4,55,840 रुपये बकाया जमा करने को कहा गया और इसके लिए उन्हें सेक्टर-148 स्थित राज्यकर कार्यालय में आने के लिए कहा गया।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा कि वह नौ मई को भूदेव से मिले और भूदेव ने उन्हें प्रशासनिक अधिकारी सतेंद्र बहादुर सिंह से मिलवाने की बात कही। 13 मई को जीएसटी कार्यालय पहुंचकर जब उन्होंने सतेंद्र बहादुर सिंह से मुलाकात की तो उन्होंने 50 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर मांगे।
विभाग के अनुसार, शिकायत प्राप्त होने के बाद सतेंद्र बहादुर सिंह को जीएसटी कार्यालय में रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के अपर आयुक्त राज्यकर संदीप भागिया ने कहा कि विजिलेंस टीम की कार्रवाई की जानकारी मिली है और नियम के अनुसार आरोपी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।