नयी दिल्ली: पांच नवंबर (ए) एक महत्वपूर्ण फैसले में उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को 7 अनुपात 2 के बहुमत से फैसला दिया कि सभी निजी संपत्तियां ‘समुदाय के भौतिक संसाधन’ का हिस्सा नहीं हो सकती हैं, जिससे सरकारों को संविधान के तहत ‘सार्वजनिक हित’ में वितरण के लिए उन्हें अपने अधिकार में लेने का अधिकार मिल जाता है।
