दीफू: 22 दिसंबर (ए)
) असम में सोमवार को कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद (केएएसी) के प्रमुख तुलीराम रोंगहांग के आवास में आगजनी करने और आंदोलनकारियों द्वारा हंगामा किए जाने के बाद पुलिस की गोलीबारी में चार लोग घायल हो गए, जिसके चलते अधिकारियों को दो जिलों में निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कार्बी आंगलोंग के अलावा पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई।
कार्बी आंगलोंग जिले में, जिला मजिस्ट्रेट नीरोला फांगचोपी ने शाम पांच बजे से सुबह छह बजे तक पूरे जिले में किसी भी व्यक्ति या समूह और निजी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध के साथ रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि कार्बी आंगलोंग में लोगों का एक वर्ग चाहता है कि दोनों जिलों में व्यावसायिक चराई संरक्षित क्षेत्र (पीजीआर) और ग्राम चराई संरक्षित क्षेत्र (वीजीआर) पर अतिक्रमण करने वालों को बेदखल किया जाए।
हालांकि, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के एक अंतरिम आदेश में बेदखली पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अदालत का आदेश होने पर प्रशासन बेदखली नहीं कर सकता।’’
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरमीत सिंह इलाके में डेरा डाले हुए हैं और प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर रहे हैं।
कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े आंदोलनकारी, कार्बी आंगलोंग और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों में पीजीआर और वीजीआर में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बेदखल करने की मांग को लेकर पिछले 12 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं।
पुलिस ने कथित तौर पर कार्बी आंगलोंग के खेरोनी इलाके में प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाने की कोशिश की, जिसके बाद झड़प हुई।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने भूख हड़ताल पर बैठे तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन केएएसी प्रमुख तुलिराम रोंगहांग ने बाद में पत्रकारों को बताया कि उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही झड़प की खबर फैली, प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने डोनकामोकम में केएएसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) के पुराने आवास में आग लगा दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने गोलीबारी की तथा फिर झड़प में तीन प्रदर्शनकारी और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।