जबलपुर,27 दिसंबर (ए)
)। मध्य प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस में एक महिला से रेप करने का मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय के क्लर्क ने नौकरी दिलाने के बहाने उसे बुलाया और बंद कमरे में घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने क्लर्क और एक चपरासी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में एक सरकारी विश्वविद्यालय के क्लर्क ने नौकरी दिलाने के बहाने 22 साल की महिला के साथ कैंपस में रेप किया। पुलिस ने गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के परिसर में हुई इस घटना के सिलसिले में 58 साल के क्लर्क दुर्गा शंकर सिंगरहा और चपरासी मुकेश सेन को गिरफ्तार किया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने पत्रकारों को बताया कि तिलवारा इलाके की निवासी पीड़िता को लगभग 20 दिन पहले सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय में संविदा पदों की रिक्तियों के बारे में जानकारी मिली थी। संपर्क खोजते समय महिला को कुलपति कार्यालय का फोन नंबर मिला। फोन करने पर सिंगरहा ने फोन रिक्तियों के बारे में बताया। साथ ही दस्तावेजों के साथ विश्वविद्यालय आने को कहा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह अगले ही दिन दस्तावेजों के साथ विश्वविद्यालय पहुंची और सिंगरहा से मिली। उसने उसे आश्वासन दिया कि वह कुलपति से बात करके उसे नौकरी दिलवा देगा। उसने उसे संपर्क में रहने के लिए कहा।
पुलिस के अनुसार, सिंगरहा शहर में उस महिला से कई बार मिलता रहा और उसे आश्वासन देता रहा कि भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इंटरव्यू होगा। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कथित तौर पर गुरुवार दोपहर को उसे विश्वविद्यालय बुलाया और दावा किया कि जल्द ही इंटरव्यू निर्धारित किया जाएगा।
उसने पीड़िता को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित चपरासी सेन के घर बुलाया। बातचीत के बाद आरोपी चपरासी कमरे से बाहर निकल गया और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। अधिकारी ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि विरोध करने के बावजूद सिंगरहा ने उसके साथ रेप किया।
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद दोनों आरोपियों ने उसे विश्वविद्यालय कैंपस के बाहर छोड़ दिया। साथ ही घटना के बारे में किसी को बताने पर मानहानि का आरोप लगाने की धमकी दी और चुप रहने पर उसे नौकरी दिलवाने का भी वादा किया।
एएसपी ने बताया कि महिला ने बाद में अपने परिवार को सूचना दी और अधारताल थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद दोनों आरोपियों को कुछ ही घंटों में उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।