संभल (उप्र): 21 फरवरी (ए) संभल जिले में पिछले वर्ष 24 नवंबर को एक मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा और दंगा मामले में पुलिस ने विवेचना पूरी कर अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है।
अपर जिला शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) हरिओम प्रकाश सैनी ने ‘ बताया कि संभल हिंसा मामले में आरोप पत्र जिले के चंदौसी स्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अर्चना सिंह की अदालत में दाखिल किया गया।उन्होंने बताया, ‘‘संभल थाने के मुकदमा संख्या 333/24 में 39 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया, जबकि जांच के दौरान 54 नाम सामने आए हैं। उनकी जांच अभी भी जारी है। इसी तरह संभल थाने के मुकदमा संख्या 336/24 में 37 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है, जबकि 52 और लोगों की पहचान की गई है, जिनके खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।’’
सैनी ने नखासा थाने के अंतर्गत दर्ज मामलों के बारे में बताया कि मुकदमा संख्या 304/24 में 25 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं, जबकि 15 अभी भी वांछित हैं और उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि मुकदमा संख्या 305/24 में 23 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं, जबकि 14 वांछित व्यक्तियों के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं।
सैनी ने बताया कि दो अतिरिक्त मामलों में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं। सभी छह मामलों की जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी सतेंद्र पवार, अजय त्यागी, लोकेंद्र कुमार त्यागी, अमर पाल सिंह, अमित कुमार और आलोक सिद्धू ने अदालत में पेश की। अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही जारी है।
पिछले साल 24 नवंबर को संभल के कोट गर्वी इलाके में शाही जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर किए गए सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी थी और सुरक्षाकर्मियों समेत कई अन्य घायल हुए थे।