कोरोना के नये वैरिएंट डेल्टाक्रॉन ने बढ़ाई कई देशों के बीच नई टेंशन ,जानें- कितना खतरनाक है ये

राष्ट्रीय
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नई दिल्ली,14 मार्च (ए)। कोरोना वायरस के कहर से दुनियाभर के देश अभी पूरे तरीके से बाहर नहीं आ पाए कि अब एक और वैरियंट का खतरा मंडरा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब एक नए कोरोना संस्करण के खिलाफ चेतावनी देते हुए बताया है कि कोरोना के दो प्रमुख वैरिएंट डेल्टा और ओमिक्रोन का मिश्रण एक नए वैरिएंट के रूप में उभरा है। इसे डेल्टाक्रॉन नाम से जाना जा रहा है। विशेषज्ञों ने बताया है कि कोरोना के घटते केसों के बीच डेल्टाक्रॉन नई टेंशन लेकर आया है। आइए जानते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं।
दरअसल, भारत में अब फिलहाल कोरोना के मामले ना के बराबर है। हर रोज कोरोना केसों में कमी आ रही है। ज्यादातर राज्यों ने इसके कारण कोरोना पाबंदियों को भी हटा लिया है और सारी गतिविधियां भी सामान्य हो गईं है। लेकिन इसी बीच कोरोना के इस नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन ने एक बार फिर से टेंशन बढ़ा दी है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि डेल्टाक्रॉन के मामले यूके, फ्रांस, नीदरलैंड और डेनमार्क में दर्ज किए गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक डेल्टाक्रॉन में डेल्टा और ओमिक्रोन दोनों के जीन पाए गए हैं। विशेषज्ञों ने पाया कि फ्रांस के कई क्षेत्रों में इसकी पहचान पहले की गई है और इस साल की शुरुआत से ही इसके मामले सामने आए। डब्ल्यूएचओ का मानना ​​​​है कि अमेरिका में भी नए संस्करण के कम से कम दो मामले हैं और जल्द ही इस पर नया अपडेट आ सकता है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि नए वैरिएंट के बारे में यह नहीं बताया गया कि यह काफी तेजी से फैल रहा है।
डेल्टाक्रॉन वैरिएंट के लक्षण
यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार कोरोना के इस नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन की संक्रामकता या गंभीरता के बारे में अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन इसके कुछ लक्षणों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। लक्षणों की बात करें तो शरीर का बढ़ा हुआ तापमान, बहती या भरी हुई नाक, लगातार खांसी, थकान महसूस होना, गंध या स्वाद में कमी या परिवर्तन, सांस लेने में कठिनाई, सिरदर्द, शरीर दर्द, उलटी अथवा मितली और दस्त प्रमुख लक्षण हैं।
फिलहाल भारत की बात करें तो देश के ज्यादातर राज्यों में गतिविधियां सामान्य हो गईं है। हालांकि विशेषज्ञयों का कहना है कि अभी खतरा टला नहीं है और हमें अभी सावधानी बरतने की जरूरत है। टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि अभी भी सबको कोरोना वायरस की सावधानी जरूर बरतनी चाहिए।