देश का सबसे बड़ा कार चोर गिरफ्तार,अब तक 5000 कारों पर किया है हाथ साफ,ऐसे हुआ खुलासा

राष्ट्रीय
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नई दिल्ली, 05 सितम्बर ए। दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों से 1998 से अब तक 5000 कारों की चोरी करने वाले कार चोर गिरोह के सरगना को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं, 181 आपराधिक मामलों में भी उसकी संलिप्तता पाई गई है। आरोपी खानपुर एक्सटेंशन निवासी अनिल चौहान (52) मूलरूप से असम के तेजपुर का रहने वाला है। वह पूर्वोत्तर राज्य में गैंडे के सींग की तस्करी के लिए भी कुख्यात था। इसके साथ ही वह अवैध हथियारों की आपूर्ति में भी सक्रिय रूप से शामिल था।
डीसीपी (सेंट्रल) श्वेता चौहान ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी अनिल चौहान पहले असम सरकार में क्लास-वन का ठेकेदार था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा उसके घर पर छापेमारी के बाद उसकी सारी संपत्ति को जब्त कर नीलाम कर दिया गया था। इसके बाद उसने फिर से चोरी करना शुरू कर दिया।
अवैध हथियार के साथ हुआ गिरफ्तार
डीसीपी ने कहा कि हाल ही में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट और दिल्ली में अवैध हथियार सप्लायर्स की गतिविधियों में तेजी के कारण सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ को उनकी जांच करने का काम सौंपा गया था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले भारत के मोस्ट वांटेड वाहन चोर और अवैध हथियारों के सप्लायर अनिल चौहान के सेंट्रल दिल्ली में डीबीजी रोड थाना क्षेत्र में आने की सूचना स्पेशल स्टाफ को मिली थी। इसके बाद एक डेडिकेटिड टीम बनाई गई और आरोपी को 23 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी अनिल चौहान को एक अवैध देशी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस और एक चोरी की मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान उसकी निशानदेही पर पांच और देशी पिस्तौल, पांच जिंदा कारतूस और एक चोरी की कार बरामद की गई।
1998 से कर रहा था वाहन चोरी
उन्होंने बताया कि अनिल चौहान ने 1998 में वाहनों की चोरी शुरू की थी और भारत के विभिन्न हिस्सों से लगभग 5000 वाहन चुराए हैं। डीसीपी ने कहा कि पुलिस उसे कई बार गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। उन्होंने कहा कि उसे निजामुद्दीन पुलिस थाने में दर्ज एक आपराधिक मामले में पांच साल की सजा सुनाई गई थी और वह पहले 180 आपराधिक मामलों में शामिल था। पुलिस ने बताया कि अनिल चौहान को 2015 में असम पुलिस ने एक मौजूदा विधायक के साथ गिरफ्तार भी किया ।