पुलिस की वर्दी पहन कर धौंस जमा रहा फर्जी दरोगा हुआ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश गाजीपुर
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गाजीपुर,07 जनवरी (ए)। वर्दी की धौंस जमा कर पुलिस उपनिरीक्षक की वर्दी पहन व विवेचक बन धन उगाही करने वाले फर्जी उप निरीक्षक को थाना दुल्लहपुर पुलिस ने अवैधतमंचा,एक सेट पुलिस वर्दी व फर्जी पुलिस पहचान पत्र के साथ शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने शनिवार को अपने कार्यालय में पत्र प्रतिनिधियों को दी। बताया गया कि थाना दुल्लहपुर पुलिस को थाना क्षेत्र में सक्रिय एक फर्जी उपनिरीक्षक की सूचना प्राप्त हुई थी जिसके आधार पर थाना पुलिस एक जनवरी 2023 से ही सुरागरसी में जुटी हुई थी। शुक्रवार की शाम पुलिस टीम अमारी रेलवे गेट पर संदिग्ध व्यक्ति/वाहन की चेकिंग कर रही थी,उसी दौरान बजरिये दूरभाष सूचना मिली कि ग्राम धामूपुर में कुछ लोगों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को रोका है जो पुलिस उपनिरीक्षक की वर्दी पहनकर गांव में जांच के लिए आया है और एक व्यक्ति से ₹10000 की मांग कर रहा है।वह संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।
इस सूचना पर पुलिस टीम ग्राम धामूपुर पहुँची जहाँ पर गांव के ही रहने वाले रविन्द्र यादव पुत्र बृजमोहन यादव निवासी धामूपुर थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर द्वारा पूरी घटना की जानकारी देते हुए पुलिस को बताया गया कि उक्त व्यक्ति जो अपने आप को पुलिस उप निरीक्षक बता रहा था, मेरे पास आकर कहा कि वह उपनिरीक्षक संजय है और उसकी नियुक्ति थाना दुल्लहपुर में है। उसने बताया कि तुम्हारे खिलाफ एक लड़की ने रेप का प्रार्थना पत्र दिया है अगर तुम चाहते हो कि मैं तुम्हे जेल न भेजूं तो मुझे ₹10000 दे दो। इस पर मुझे संदेह हुआ तो मैंने इसे रोक लिया और पुलिस को सूचना दी। यह कहकर उन्होंने पुलिस को एक प्रार्थना पत्र भी दिया जिसके आधार पर अभियुक्त संजय कुमार पुत्र स्व. हरिकिसुन राम निवासी धरिया थाना मरदह जनपद गाजीपुर को हिरासमें ले लिया। गिरफ्तार अभियुक्त के पास से एक नाजायज तमंचा .315 बोर व एक सेट उपनिरीक्षक की वर्दी मय जूते, पी कैप, बैज, स्टार व अन्य तमगो के साथ ऋषभ प्रताप सिंह के नाम की फर्जी पुलिस आईडी,ऋषभ प्रताप सिंह के नाम की नेम प्लेट, आईपीसी की एक पुस्तक आदि के साथ अन्य चीजे बरामद हुई।
बताया गया कि अभियुक्त एक शातिर किस्म का अपराधी है जो पूर्व मे भी जेल जा चुका है। उस पर कुल चार मुकदमें दर्ज हैं। उसके सम्बन्ध में थाना पर अभियोग पंजीकृत कर उसे न्यायालय के सुपुर्द किया गया।
फर्जी दरोगा को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष प्रवीण यादव, उपनिरीक्षक यज्ञनारायण यादव तथा आरक्षी कैलाश जयसवाल, रंजीत सिंह व वैभव यादव शामिल रहे।